इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें निगम अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से निगम को 10 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है। यह घोटाला यूनिपोल, लॉलीपॉप और बस स्टैंड के प्रचार सामग्री प्रदर्शन के ठेके से जुड़ा हुआ है, जो कि जयपुर की कंपनी एनएस पब्लिसिटी को दिया गया था। इस ठेके की अवधि 1 मार्च 2019 से 1 मार्च 2024 तक थी, लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने अपने बोर्ड और प्रचार सामग्री लगाना जारी रखा।
यह सामग्री लगाने का शुल्क 10 करोड़ रुपये होता है, जो कि नगर निगम में नहीं चुकाया गया है इंदौर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने इस घोटाले का खुलासा करते हुए कहा है कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर नगर निगम को अंधेर नगरी चौपट राजा की स्थिति में ला दिया है।
उन्होंने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और नगर निगम और सिटी बस कंपनी के अधिकारियों को तत्काल इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। चिंटू चौकसे ने चेतावनी दी है की अगर जल्द ही महापौर ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया तो,कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जल्द ही महापौर और नगर निगम मुख्यालय का घेराव करेंगे।