मरीजों के प्रति संवेदनशीलता रखें और प्रतिदिन बिस्तर की चादरें बदलें- कलेक्टर सुश्री बाफना —ने आज जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया
शाजापुर
—
चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के प्रति स्टॉफ संवेदनशीलता रखें। भर्ती मरीजों के बिस्तर के चादर प्रतिदिन बदलें। बिस्तर साफ-सुथरा रखें, मरीजों के लिए आरामदायक गद्दे उपलब्ध कराएं। उक्त निर्देश कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने आज जिला चिकित्सालय के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान दिये। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ. आर. निदारिया एवं सिविल सर्जन डॉ. बीएस मैना सहित अन्य चिकित्सकगण एवं पैरामेडिकल स्टॉफ उपस्थित था।
कलेक्टर सुश्री बाफना ने आज जिला चिकित्सालय के आपातकालीन कक्ष में मरीजों को बैठाकर परीक्षण करने के लिए कहा। इसके बाद कलेक्टर ने दवा वितरण कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान दवा पर्ची पर ओपीडी नंबर नहीं होने पर कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक पर्ची पर ओपीडी नंबर दर्ज कराएं और दवा वितरण का रिकार्ड मेंटेन रखें। इसके उपरांत कलेक्टर ने सिटी स्कैन एवं अन्य जाँचों के लिए अनुबंधित की गई थेटा डायग्नोस्टिक के कक्ष का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं अस्पताल से आने वाले मरीजों के लिए निर्धारित जाँच दरों को बड़े अक्षरों में प्रदर्शित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने रोशनी क्लिनिक के निरीक्षण में हाई रिस्क गर्भवती माताओं के लिए कन्ट्रोल रूम बनाने तथा समय पर सूचना देने के लिए सिस्टम तैयार करने के निर्देश दिये। मरीजों को भोजन थाली में बैड पर ही उपलब्ध कराएं। किसी भी स्थिति में मरीजों को भोजन के लिए लाईन नहीं लगाना पड़े, इसका ध्यान रखें।
प्रसुति कक्ष के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बेडशीट गंदी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मरीजों के बिस्तर के चादर प्रतिदिन बदलें, खराब गद्दों को बदलें। खिड़की एवं दरवाजों पर पर्दे लगवाएं। हाईरिस्क गर्भवती माताओं को सूचना देने के लिए 181- हेल्पलाइन डेस्क का भी इस्तेमाल करें। प्रसुति कक्ष के टायलेट की सफाई नहीं होने एवं नियमित निरीक्षण नहीं करने के लिए कलेक्टर ने प्रभारियों को कारण बताओ सूचना पत्र देने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने मॉडर्न मेटरनिटी विंग के निरीक्षण के दौरान मरीजों से दुर्व्यवहार करने वाले यहां तैनात गार्ड को तत्काल हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ मधुर व्यवहार होना चाहिये। कलेक्टर ने स्पेशल केयर न्यू बोर्न यूनिट, पीआईसीयू यूनिट, एनआरसी का भी निरीक्षण किया। पीआईसीयू के निरीक्षण में कलेक्टर ने कहा कि किसी भी स्थिति में प्रायवेट लेब की जाँच मंजूर नहीं करें। मरीजों की जाँच जिला चिकित्सालय में ही हो। इस दौरान आरएमओ डॉ. सचिन नायक, हास्पिटल सहायक प्रबंधक सुश्री नेहा सांवले भी उपस्थित थी।
—–
निर्माणाधीन एमसीएच भवन का निरीक्षण
——
कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने चिकित्सालय परिसर में निर्माणाधीन 100 बिस्तरीय मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य चिकित्सालय (एमसीएच) भवन का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी कक्ष में पर्याप्त मात्रा में वाशरूम बनाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन भवन का लोक निर्माण विभाग से गुणवत्ता के संबंध में परीक्षण कराते रहें, ताकि निर्माण के बाद हेण्डओवर के समय कमियां नहीं रहे। कलेक्टर ने निर्माणाधीन भवन गुणवत्तायुक्त हो। प्रत्येक कक्ष के सामने सूचना पटल लगवाएं। ओपीडी के सामने खाली स्थान पर आने वाले मरीजों के वेटिंग स्थल बनाएं और यहां पर्याप्त मात्रा में व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने निर्माणाधीन भवन के प्रत्येक कक्ष में जाकर निर्माण की गुणवत्ता एवं कक्ष के उपयोग की जानकारी ली।
#hospital
#collectorshajapur
CM Madhya Pradesh
Directorate of Health Services, Madhya Pradesh
Jansampark Madhya Pradesh