कोलकाता : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल में बीच के ओवरों में बेहतर बल्लेबाजी कौशल के कारण मार्कस स्टोइनिस की जगह मार्नस लाबुशेन बेहतर विकल्प होंगे। बांग्लादेश के खिलाफ शनिवार को आखिरी लीग मैच में आराम के बाद ग्लेन मैक्सवेल ऑस्ट्रेलियाई टीम में लौटेंगे। इसकी वजह से ईडन गार्डंस पर होने वाले सेमीफाइनल में लाबुशेन या स्टोइनिस में से एक को बाहर होना होगा।
पोंटिंग ने कहा, ‘मैं लाबुशेन को ही शामिल करता। हमने देखा है कि स्टोइनिस का इस्तेमाल करने से पहले ऑस्ट्रेलिया मिचेल मार्श की गेंदबाजी से काम चला लेता आया है।’ उन्होंने भारत के मजबूत मध्यक्रम का उदाहरण देते हुए कहा, ‘इस टूर्नामेंट में लाबुशेन ने खराब नहीं खेला है। ऑस्ट्रेलिया के लिए टूर्नामेंट में सबसे महत्वपूर्ण मध्यक्रम की बल्लेबाजी है जो अभी तक सही नहीं हुई है। उन्हें इसका हल जल्दी निकालना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘अगर विश्व कप जीतना है तो 11वें से 40वें ओवर के बीच की समस्या का हल निकालना होगा। हमने इसी दौरान काफी विकेट गंवाए हैं। भारत ने इस दौरान सिर्फ 20 विकेट गंवाए हैं।’ लाबुशेन ने नीदरलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ दो शतक जमाये थे। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ शानदार क्षेत्ररक्षण से भी ध्यान खींचा। पोंटिंग के सुर में सुर मिलाते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व हरफनमौला शेन वाटसन ने कहा कि फ्लडलाइट में कठिन हालात का सामना करते हुए बल्लेबाजी में संतुलन के लिए लाबुशेन की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा, ‘उसने पूरे विश्व कप में आस्ट्रेलिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं मार्कस स्टोइनिस अभी तक अपेक्षा के अनुरूप नहीं खेल पाए हैं। लक्ष्य का पीछा करते हुए दो नयी गेंद से मिलने वाली स्विंग का सामना करने के लिए आपको तकनीकी रूप से सक्षम बल्लेबाज चाहिए। लाबुशेन टेस्ट क्रिकेट खेलता है और उसमें यह क्षमता है।’