इन टेक्नोलॉजी ने COVID 19 के बाद ऐसे बदल दी आपकी जिंदगी, अब बन चुकी है जीवन का हिस्सा

कोविड-19 महामारी ने दुनिया को एक ऐसे मोड़ पर ला खड़ा किया जिसने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया. लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस के नियमों ने हमें घरों में कैद कर दिया, जिसने हमारे रहन-सहन और काम करने के तरीकों में आमूलचूल बदलाव ला दिया. इस मुश्किल समय में टेक्नोलॉजी हमारा सबसे बड़ा साथी बनकर उभरी. टेक्नोलॉजी ने न सिर्फ हमें एक-दूसरे से जुड़े रहने में मदद की, बल्कि हमारे काम करने और एंटरटेनमेंट करने के तरीकों को भी बदल दिया.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग तक, हर सेक्टर में टेक्नोलॉजी ने अपनी पैठ बना ली. कोरोना काल ने हमें यह महसूस कराया कि टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है और हम अब इसके बिना नहीं जी सकते हैं.

इन टेक्नोलॉजी ने बदली कोरोना के बाद जिंदगी

आइए जानते हैं कैसे इन टेक्नोलॉजी ने हमारी जिंदगी को बदल दिया-

1. क्विक कॉमर्स: मिनटों में होम डिलीवरी

लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था. ऐसे में क्विक कॉमर्स ऐप्स हमारे लिए वरदान साबित हुए. इन ऐप्स की मदद से हम घर बैठे ही हर जरूरी चीज मंगवा सकते थे. चाहे वह किराने का सामान हो या फिर दवाइयां, सब कुछ, कुछ ही मिनटों में हमारे घर पहुंच जाता था. Blinkit, Zepto, Swiggy Instamart, Dunzo आदि जैसे ऐप्स कुछ ही मिनटों में डिलीवरी देते हैं.

2. वॉट्सऐप ग्रुप: ऑफिस का नया ठिकाना

वॉट्सऐप ग्रुप्स लॉकडाउन के दौरान हमारे लिए ऑफिस बन गए. वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर्स की संख्या को 1000 तक पहुंचा दिया. इससे एक ही ग्रुप में 1000 लोगों का जुड़ना आसान हो गया. ऑफिस के काम से लेकर दोस्तों के साथ चैटिंग तक, सब कुछ वॉट्सऐप ग्रुप्स पर ही होता था. कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के लिए वॉट्सऐप ग्रुप बनाए, ताकि वे घर से काम करते हुए भी एक-दूसरे से जुड़े रह सकें.

3. वीडियो कॉलिंग: आमने-सामने की बातचीत

वीडियो कॉलिंग ने हमें अपने दोस्तों और परिवार वालों से जुड़े रहने में मदद की. लॉकडाउन के दौरान हम वीडियो कॉल के जरिए ही एक-दूसरे से मिल पाते थे. वीडियो कॉलिंग ने हमारी सोशल लाइफ को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई. कई लोगों के परिवार के सदस्य दूसरी जगहों पर फंसे हुए थे, ऐसे में वीडियो कॉल के जरिए उनसे जुड़ना आसान हुआ.

4. ऑनलाइन मीटिंग: घर से ऑफिस

ऑनलाइन मीटिंग्स ने ऑफिस के काम करने के तरीके को बदल दिया. अब हमें ऑफिस जाने की जरूरत नहीं थी, हम घर से ही मीटिंग्स में शामिल हो सकते थे. गूगल मीट, जूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स जैसे प्लेटफॉर्म ने ऑनलाइन मीटिंग्स को आसान बना दिया. आज भी ये प्लेटफॉर्म्स वर्चुअल मीटिंग, वेबिनार आदि के लिए यूज किए जाते हैं.

5. ओटीटी: एंटरटेनमेंट का नया जरिया

ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो और डिजनी+ हॉटस्टार ने हमें घर बैठे ही मूवीज और वेब सीरीज देखने का मौका दिया. सिनेमाहॉल बंद होने की वजह से लोग ओटीटी प्लेटफॉर्म की ओर अट्रैक्ट हुए. अब कई लोग सिनेमाहॉल, डिश केबल या D2H सर्विस पर पैसा खर्च करना पसंद नहीं करते. इसकी जगह ओटीटी सब्सक्रिप्शन खरीदा जा रहा है.

कोरोना महामारी ने हमें कई तरह से बदल दिया है. टेक्नोलॉजी ने इस बदलाव में सबसे अहम भूमिका निभाई है. आज हमारी जिंदगी टेक्नोलॉजी के बिना अधूरी सी लगती है. इन टेक्नोलॉजी ने न सिर्फ हमारी जिंदगी को आसान बनाया है, बल्कि हमें एक-दूसरे से जुड़े रहने में भी मदद की है.

मालवा अभीतक की ताजा खबर सीधे पाने के लिए : 
ताज़ा ख़बर पाने के लिए एंड्राइड एप्लीकेशन इनस्टॉल करें :

शाजापुर में ईको गाड़ी बन गई आग का गोला, विस्फोट जैसी आई आवाज     |     भारत-पाक तनाव पर MP में भी अलर्ट, ग्वालियर कलेक्टर ने कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में की बड़ी बैठक     |     दोस्ती की आड़ में धोखा, पति के दोस्त ने धमकी देकर जबरन बनाए संबंध, महिला हुई गर्भवती     |     दतिया में 12वीं कक्षा में फेल होने के बाद छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, फंदा बनाकर की आत्महत्या     |     ये वक्त अंतिम निर्णय लेने का…पाक की हरकतों को लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा का बयान     |     तालाब में अचानक दिखे नंदी! 10वीं शताब्दी की प्रतिमा देखकर हैरान हो गए लोग..     |     मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले चार दिनों तक बदलेंगे मौसम के मिजाज, 12 मई तक दोनों राज्यों में तूफान, गरज के साथ होगी बारिश     |     ऑपरेशन सिंदूर के बाद ओंकारेश्वर भगवान से भारतीय सेनाओं के विजय की कामना! POK मिलाकर हिंगलाज माता मंदिर को पाने के लिए हुई प्रार्थना     |     प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई उच्चस्तरीय बैठक, CM मोहन यादव ने दिए अहम निर्देश     |     CM मोहन यादव ने जनजातीय शिल्पग्राम महोत्सव 2025 का किया शुभारंभ,बोले- कलाकारों के साथ खड़ी है सरकार     |