शाजापुर
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पेंशन भविष्य निधि एवं बीमा मध्यप्रदेश संचालक श्री जे.के. शर्मा ने सभी संभागीय एवं जिला पेंशन अधिकारी को पेंशन जीवन प्रमाण पत्र के संबंध में निर्देश जारी किए है। जारी निर्देशानुसार पेंशनरों को प्रतिवर्ष पहले जीवन प्रमाण पत्र वर्ष के नवंबर माह में बैंक में जमा किया जाना होता था। 01 जुलाई 2020 से लागू व्यवस्था के अनुसार पेंशनर्स को प्रतिवर्ष उसी माह में उसे अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होगा, जिस माह में शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुआ है। जीवन प्रमाण पत्र- पेंशनर स्वयं बैंक में उपस्थित होकर प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकता है। डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र “जीवन प्रमाण पोर्टल” पर जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकता है। बैंकों की डोर स्टेप बैंकिंग के माध्यम से प्रस्तुत कर सकता है।
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा “विडियो लाईफ सर्टिफिकेट” की नयी सुविधा
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भारतीय स्टेट बैंक द्वारा “विडियो लाईफ सर्टिफिकेट” की नयी सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। जिसमें बिना बैंक जाए या आधार आधारित सत्यापन के मोबाईल/ लैपटॉप / कंप्यूटर का उपयोग करते हुए वीडियो कॉल द्वारा जीवन प्रमाण पत्र दिया जा सकता है। इस सुविधा के उपयोग के लिए पेंशनर का खाता आधार एवं पैन कार्ड से लिंक होना चाहिए तथा मोबाईल नंबर खाते से पंजीकृत होना चाहिए।
विडियो लाइफ सर्टिफिकेट
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विडियो लाइफ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए न्यूनतम आवश्यकता- पेंशन सीपीपीसी के माध्यम से बचत खाते में जमा हो रही हो। मोबाईल नंबर पंजीकृत हो। आधार कार्ड एवं पैन कार्ड खाते में लिक होना चाहिए। ग्राहक जो भारत देश में निवास कर रहे है, उनके लिए पैन कार्ड की मूर्ती प्रति ग्राहक के पास होना आवश्यक है। लॉगिन करने के बाद ओटीपी आधार पंजीकरत फोन नंबर पर आएगा। लॉगिन स्मार्टफोन, लैपटॉप या कम्प्युटर द्वारा किया जा सकता है। फोटो पैन कार्ड में स्पष्ट हो।
विधि
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वेब साइट पर लॉगिन करे, पैन कार्ड की मूल प्रति एवं आधार लिंक मोबाईल नंबर साथ में हो। www.pensionseva.sbi/VideoLC, लॉगिन के बाद खाता नंबर अंकित करना होगा, जिसमे पेंशन जमा हो रही है, उसके बाद OTP आधार पंजीकृत मोबाईल नंबर पर जाऐगा। आधार नंबर खाते में भी लिंक होना चाहिए। उपरोक्त के बाद पेंशनर सुविधा अनुसार अपना समय एवं दिनांक तय कर सकता है, कब वह उपरोक्त का विडियो लाइफ सर्टिफिकेट सत्यापित करवाने के लिए उपलब्ध होंगे। उपरोक्त समय के अनुसार बैंक द्वारा कॉल आता हो, उस समय बैंकर एवं पेंशनर आमने- सामने होते पेंशनर जीवित प्रमाण-पत्र की प्रोसेस शुरू होती है, जिसमें पेंशनर को वेरिफिकेशन कोड पढ़ना होता है। उसके बाद पैन कार्ड दिखाना होता है, पैन कार्ड की फोटो एवं पेशनर की फोटो के आधार पर बेंकर जो पहचान करते है, उसके बाद कैमरे के सामने आना होता है, जिससे फोटो खिची जा सके। उपरोक्त प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद मोबाइल पर या मेल के माध्यम से स्टेटस की सूचना प्राप्त होती है, जीवित प्रमाण-पत्र अपडेट हो गया, किसी त्रुटि से अपडेट नहीं हुआ तो उसकी सूचना भी आती है। उक्त प्रक्रिया के माध्यम से पेंशनर जीवित प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।