महिलाओं के लिए सुपर बूस्टर है मेथी की चाय, ब्लड शुगर भी होता है कंट्रोल, ऐसे करें तैयार

Health benefits of fenugreek tea for women: वैसे तो भारत में मेथी के दाने के बिना किचन का कम हो ही नहीं सकता लेकिन मेथी हेल्थ के लिए बेशकीमती हीरा है. मेथी के सेवन से महिलाओं में लेक्टेशन की प्रक्रिया तेज होती है, जिससे दूध ज्यादा बनता है. इसके अलावा मेथी के दाने के सेवन से महिलाओं में पीरियड्स संबंधी समस्याएं भी दूर होती है.

Fenugreek tea super booster for women: भारत का किचन मेथी के दाने के बिना अधूरा है. हालांकि सदियों से भारत के लोगों को मेथी के दानों के गुणों के बारे में पता है और इनसे कई बीमारियों का इलाज भी करते रहे हैं. आयुर्वेद में मेथी से कई तरह के इलाज किए जाते हैं. अब कई अध्ययनों में यह भी दावा किया जा रहा है कि मेथी में ब्लड शुगर कम करने की क्षमता है. लेकिन महिलाओं के लिए मेथी के दाने सुपर बूस्टर से कम नहीं है. महिलाएं अगर मेथी की चाय का सेवन करें तो प्रजनन संबंधी कई दिक्कतों से छुटकारा मिल सकता है. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में मेथी की चाय के सेवन से दूध ज्यादा बनता है जिससे बेबी हेल्दी होता है. वेबएमडीवेबसाइट के मुताबिक मेथी की चाय नई बनी मां के लिए तो फायदेमंद है ही लेकिन प्रजनन उम्र की सभी महिलाओं के लिए सुपर बूस्टर है. यह महिलाओं के शरीर में हार्मोन को सक्रिय कर देता है जिसके कारण मेंस्ट्रुअल क्रैम्प को कम करने में मदद मिलती है.

मेथी की चाय के फायदे

  • दूध को बढ़ाने में मददगार-स्तनपान कराने वाली महिलाओं में मेथी की चाय के सेवन से दूध ज्यादा बनता है जिससे बेबी भी हेल्दी होता है. स्टडी के मुताबिक मेथी में लेक्टेशन की क्षमता को बढ़ाने की शक्ति है. चार अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि मेथी मां बनी महिलाओं में दूध के प्रोडक्शन को बढ़ा सकती है.
  • मेन्स्ट्रूअल क्रैंप से राहत-मेथी की चाय पीने से महिलाओं में पीरियड्स के दौरान मेन्स्ट्रूअल क्रैंप से राहत मिलती है. पीरियड्स के दौरान महिलाओं को भारी दर्द से गुजरना पड़ता है लेकिन मेथी की चाय इस दर्द से बहुत हद तक राता दिलाती है.
  • मेनोपॉज के दौरान परेशानी से राहत-एक स्टडी में यह भी सामने आया है कि मेथी की चाय मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हार्मोन संबंधी दिक्कतों को ठीक करने में मददगार है. अध्ययन में कहा गया कि मेथी की चाय का सेवन करने से 90 दिनों के अंदर हॉट फ्लैशेज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है.
  • ब्लड शुगर को नियंत्रित करती मेथी-एक अध्ययन के मुताबिक मेथी इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में फायदेमंद है. मेथी के दाने लीपिड मेटाबॉलिज्म को सही करते हैं. लिपिड मेटाबॉलिज्म अनियंत्रित होने के कारण टाइप-2 डायबिटीज की बीमारी होती है. मेथी का अर्क शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को नियंत्रित करता हैं. मेथी की चाय पेट की बीमारियों जैसे ब्लोटिंग, एसिडिटी और कब्ज से भी निजात दिलाती है. मेथी का पानी टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में असरदार है. शोधकर्ताओं ने अध्ययन को प्रमाणित करने के लिए 10 ग्राम मेथी के बीजों को गर्म पानी में भिगोया और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन करने के लिए कहा. अध्ययन में पाया गया जिन लोगों ने इस चाय का सेवन किया उनके ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल था.

प्रजनन क्षमता में वृद्धि-फायटोथेरेपी रिसर्च के मुताबिक मेथी के पाउडर का इस्तेमाल करने के बाद महिलाओं में प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है. इससे कामोत्तेजना और यौन व्यवहार में वृद्धि होती है. यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के शोधकर्ताओं ने पाया कि मेथी के दाने में ट्रिगोनेला फोएनम ग्रेकम नान का कंपाउंड पाया जाता है जो महिलाओं में यौन क्षमता को बढ़ाता है.

इस तरह तैयार केरें मेथी की चाय

सबसे पहले मेथी के दाने को रात भर भिंगोने के लिए छोड़ दें. इसके बाद इन दानों को पीसकर बारीक कर लें. इसके बाद इस पानी को तुलसी के पत्तों के साथ उबाल लें और इसे छान लें. अगर आपको मीठा पसंद है, तो इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर इसे पिएं. मेथी की चाय स्वाद में भी टेस्टी होती है और सेहत के लिए भी उपयोगी होती है.

मालवा अभीतक की ताजा खबर सीधे पाने के लिए : 
ताज़ा ख़बर पाने के लिए एंड्राइड एप्लीकेशन इनस्टॉल करें :

‘भाजपा समर्थकों का बूथ पर कब्जा, मुस्लिम वोटरों से अभद्रता’, वोटिंग के बीच सपा के गंभीर आरोप     |     यूं ही एक हफ्ते से खामोश नहीं था इजराइल, ईरान पर किया ‘रीढ़’ तोड़ने वाला अटैक     |     अब छिड़ेगी नई जंग! इजराइल ने जो कहा वो किया…अब क्या करेगा ईरान?     |     पहले चरण की वो सीटें, जो तय करेंगी 2024 की तस्वीर     |     देवास और उज्जैन रोड पर बने एसएसटी चेक पाईंट का निरीक्षण     |     मुजफ्फरपुर: घर पर चल रहा था मां का श्राद्ध, छोटा भाई बना हैवान… बड़े भाई को काटकर नदी में फेंका     |     मनीष सिसोदिया को राहत नहीं, कोर्ट ने ED को भी स्टेटस रिपोर्ट में देरी पर लगाई फटकार     |     संदेशखाली, भूपतिनगर के बाद अब रामनवमी में हिंसा, लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल में क्यों मचा बवाल?     |     चुनाव चिह्न के साथ बार कोड देने का सुप्रीम कोर्ट का प्रस्ताव, ECI का इनकार, फैसला सुरक्षित     |     जब बीहड़ में बैठा डकैत ददुआ तय करता था कौन बनेगा सांसद, विधायक और प्रधान     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें