Shajapur कहानी सावित्री की जिसने स्वयं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाया
वे एक साधारण महिला की भांती अपना जीवन व्यतीत कर रही थी
शाजापुर, 12 अक्टूबर 2022/ शाजापुर जिले के गुनपिपली की निवासी श्रीमती सावित्री मीना पति रितेश ने स्वहायता समूह से जुड़कर ऋण प्राप्त कर पशुपालन, बैंक सखी एवं कृषि कार्य प्रारंभ किया और स्वयं को आत्मनिर्भर तथा आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है।
श्रीमती सावित्री बताती हैं कि म.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ने से पहले उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। वे एक साधारण महिला की भांती अपना जीवन व्यतीत कर रही थी। उनके पति को मजदूरी का कार्य कभी-कभी ही मिल पाता था। श्रीमती सावित्री मीना के परिवार में बुजुर्ग सास-ससुर, पति और दो बच्चे हैं। बच्चों की पढाई एवं बुजुर्ग सास-ससुर के ईलाज का खर्चा एवं घर का खर्च आदि चलाना बहुत मुश्किल हो रहा था। उनके पास ऐसी कोई जमा पूंजी भी नहीं थी, जिससे वे कोई नया कार्य शुरू कर सके। उन्होंने थोड़ी बहुत पढाई ही की थी, किन्तु एक छोटे गाँव में रहने के कारण इतनी आजादी नहीं थी की वे कोई कार्य कर सकें।
श्रीमती सावित्री मीना ने बताया कि म.प्र. डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में मुझे ब्लॉक प्रबंधक वर्षा कुशवाह एवं ग्राम संगठन की दीदीयों ने बताया और समूह से जुड़ने के लिये प्रेरित किया। फिर उन्होंने पारवती आजीविका समूह का गठन किया, जिसमें 12 सदस्य हैं। समूह से जुड़ने, समूह की नियमित बैठके करने, पंचसूत्र का पालन करने पर समूह को चक्रिय कोष की राशि 12000 रूपये, सीआईएफ की एक लाख 70 हजार रूपये की राशि इकठ्ठा हुई। इस राशि से श्रीमती सावित्री ने 90 हजार रूपये का ऋण लिया। प्राप्त ऋण से उन्होंने अपने पति को सेंटिंग तराफा एवं कृषि कार्य के लिए सब्जी उत्पादन का कार्य प्रारम्भ करवाया। साथ ही कुछ राशी पशु-पालन कार्य में भी लगाई। इसके आलावा उन्होंने आजीविका मिशन में रहकर आरसेटी प्रशिक्षण शाजापुर से बैंक सखी व वित्तीय साक्षरता का भी प्रशिक्षण प्राप्त कर मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा कालापीपल में बैंक सखी का कार्य प्रारंभ कर अपने घर-परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में सहयोग प्रदान किया।
श्रीमती सावित्री बताती हैं कि वे गांव-गांव में घूमकर महिलाओं को समूह से जोड़कर अन्य महिलाओं को भी जागरूक करने का कार्य कर रही हैं। साथ ही वे महिलाओं को वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण देकर बैंक संबंधित जागरूकता के साथ-साथ सदस्यों का बीमा व पूंजी को सही जगह पर निवेश करने के लिए प्रेरित कर अपने घर की आजीविका को बड़ाने में सहयोगी बन रही हैं। इस प्रकार उनको 10500 रूपये से 11500 रूपये तक प्रति माह की आमदनी हो जाती है। वह कहती हैं कि आज मेरा पूरा परिवार खुशहाल व सुखी जीवन जी रहा हैं।