शाजापुर, 06 अक्टूबर 2021/ सड़कों पर से आवारा मवेशी को हटवाएं। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने गत दिवस जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री पंकज श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय, अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती शैली कनाश, एसडीओपी श्रीमती दीपा डोडवे, जिला परिवहन अधिकारी श्री एपी श्रीवास्तव, एनएचएआई उपप्रबंधक सुश्री नेहा कुशवाहा, कार्यपालन यंत्री लोकनिर्माण श्री रविन्द्र कुमार वर्मा, सीएमओ श्री भूपेन्द्र दीक्षित, यातायात पुलिस निरीक्षक श्री सत्येन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में निर्देश दिये कि एनएचएआई सड़कों पर से आवारा मवेशी को हटाने के लिए प्रबंधक करें। साथ ही नेशनल हाईवे पर लोगों ने अपनी सुविधानुसार सड़के बीच से तोड़कर रास्ता बना लिया है, इस कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही है। इन रास्तों को तत्काल बंद कराएं। सड़कों के किनारे वाली ग्राम पंचायतों के सरपंचों की बैठक लेकर उन्हें मनरेगा से 4-5 व्यक्तियों को रखकर के टीम बनवाएं। टीम नियमित रूप से सड़कों से जानवरों को हटाएं। एनएचएआई दुर्घटना संभावित स्थानों पर धीमी गति से चलने एवं हेलमेट का उपयोग करने संबंधी साईनबोर्ड लगाएं।
कलेक्टर श्री जैन ने नगरपालिका सीएमओ को निर्देश दिये कि शहरी क्षेत्रों में भी सड़कों पर आवारा मवेशियों के कारण दुर्घटनाएं हो रही है। आवारा मवेशियों को सड़कों पर बैठने नहीं दें। इन्हें हटाने के लिए टीम गठित कर उनकी ड्यूटी लगाएं। सड़कों के फुटपाथ से अतिक्रमण हटाएं। जिला परिवहन अधिकारी नगरपालिका के सीएमओ, पुलिस, राजस्व विभाग के अधिकारियों का दल बनाकर प्रतिमाह 4 से 5 सड़कों का रोड सेफ्टी ऑडिट कराएं। सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में कैम्प आयोजित कर सुरक्षा उपाय की जानकारी दें। परिवहन अधिकारी अनफिट वाहनों पर कार्रवाई करें। यातायात पुलिस ब्रिथ एनॉलाईजर से शराब पीकर ड्राईविंग करने वालों की जाँच करें तथा शराब पीकर वाहन चलाने, बिना हेलमेट, सीटबेल्ट लगाए बिना वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई करें।
अन्य विषयों पर चर्चा
इस मौके पर जिले में सड़क सुरक्षा क्रिया-कलापों की निगरानी, सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की निगरानी, सड़क दुर्घटनाओं के कारणों को पहचानना और उसका अध्ययन करना, राष्ट्रीय/राज्य की सड़क सुरक्षा परिषद को सुझाव प्रदान करना, प्रोटोकाल के अनुसार ब्लेक स्पोट की पहचान तथा सुधार से संबंधित कार्य की समीक्षा और निगरानी तथा सभी सड़क इंजीनियरिंग उपाय, सड़क सुरक्षा मानकों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना, दुर्घटना/घातकता में कमी लाने के लिए विशिष्ट लक्ष्यों के साथ जिले के लिए सड़क सुरक्षा कार्ययोजना तैयार करना तथा उसका क्रियान्वयन, 4-ई के कार्य अर्थात शिक्षा, प्रवर्तन, आपातकालीन देखभाल और इंजीनियरिंग के क्रियान्वयन पर चर्चा करना और उन्हें कारगर बनाना, गति सीमा और यातायात को सुचारू बनाने के उपायों की समीक्षा करना, जिले में नेंक व्यक्तियों को प्रेरित करने के लिए कार्य नीतियां बनाना, नगर/शहर तथा जिले में ग्राम पंचायत में यातायात पार्क सह प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना, जिले में सड़क सुरक्षा अभियान को बढ़ावा देना तथा सड़क सुरक्षा से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।