मक्सी.आज सावन माह का आखिरी सोमवार है. सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है. लेकिन सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सावन में विधिवत तरीके से भोलेनाथ की पूजा से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. आज मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है भगवान भोलेनाथ की आराधना का महापर्व श्रावण मास 25 जुलाई से शुरू हो गया है। सावन के चौथे व आखरी सोमवार को भोर होते ही पूजन के लिए मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचे, दर्शन-पूजन किया। धूप, दीप, नैवेद्य, गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर आदि से अभिषेक कर फूल, बिल्वपत्र एवं दूर्वा, आकपुष्प, धतूरा, भाग, अभ्रम आदि चढ़ाते हुए प्रसाद चढ़ाया। नगर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर मठ में सुबह से भगवान भोलेनाथ के दर्शन पूजन एवं अभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। इसी तरह वर्कशॉप मंदिर मैं बाबा ओमकारेश्वर विराजमान है वहां भी प्रातः से भक्तों द्वारा सवा क्विंटल खिचड़ी का भोग लगाया गया सुबह होते ही हर मंदिर में भक्तों का मेला लगा रहा व नगर के अन्य शिवालयों में पूजन के लिए श्रद्धालु पहुंचे। ग्रामीण क्षेत्र में शिवभक्ति में लोग रंगे दिखे।.
सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों को विविध रूपों में दर्शन दे रहे हैं। दर्जन-पूजन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। शाम होते ही बाबा का अलौकिक श्रंगार किया गया ततपश्चात बाबा की भव्य आरती हुई। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया। भक्तों ने बाबा के दर पर पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना सहित महामारी से निजात की कामना की।
मालवा अभीतक की ताजा खबर सीधे पाने के लिए :
ताज़ा ख़बर पाने के लिए एंड्राइड एप्लीकेशन इनस्टॉल करें :