शाजापुर, 27 जनवरी 2021/ कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने आज जिले की 10 ग्राम पंचायतों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क किया। इन ग्राम पंचायतों के सरपंचो ग्राम की जरूरतों की जानकारी दी और ग्राम पंचायतों में उपस्थित आमजनों ने भी अपनी समस्याएं बतायी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही जनसुनवाई में सीएमएचओ डॉ. आर. निदारिया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से श्रीमती रश्मी शर्मा, विद्युत वितरण कंपनी डीई श्री डी.के. श्रीवास्तव, एएसएलआर श्री अकलेश मालवीय, खाद्य निरीक्षक श्री अजय खराड़िया भी उपस्थित थे।
आज संपन्न हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में जनपद पंचायत शाजापुर की ग्राम पंचायत कुलमनखेड़ी, भिलवाड़िया, आक्या, गोयला, बड़नपुर एवं निपानिया धाकड़ तथा जनपद पंचायत मो. बड़ोदिया की ग्राम पंचायत किलोदा, खामखेड़ा, धन्देड़ा एवं दुधाना के सरपंचो एवं ग्रामीणजनों ने समस्याओं से अवगत कराया।
निपानिया धाकड़ के सरपंच ने ग्राम में पानी की समस्या, राजस्व भूमि पर अतिक्रमण, विद्युत ट्रांसफार्मर के गड्डे में लगे होने, हाईस्कूल के भवन के उपर से हाईटेंशन लाईन होने की समस्या से अवगत कराया। आक्या के सरपंच ने गौशाला का नलकूप खराब होने की समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि कुआ बनाकर पानी की समस्या का निराकरण किया जा सकता है। सरपंच ने सड़क एवं पुलिया की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। दुधाना सरपंच ने बताया कि गांव में 25 वर्ष पहले बनी पेयजल टंकी में वर्तमान में लिकेज आ गया है, जिसकी मरम्मत की आवश्यकता है। ग्राम के जीर्ण-शीर्ण आंगनवाड़ी भवन की जानकारी भी सरपंच ने दी। सरपंच ने बताया कि आयुष्मान कार्ड एवं दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड बन रहे हैं। भिलवाड़िया सरपंच ने बताया कि ग्राम में नलजल योजना का काम चल रहा है। प्रधानमंत्री सड़क को हाईवे से जोड़ने की आवश्यकता है। गोयला सरपंच ने बताया घरेलू बिजली की सप्लाई पूरी नहीं हो रही है। सिंचाई की बिजली के तार टूटे होने से दो तीन माह से सप्लाई बंद है। ग्राम में पोस्ट ऑफिस नहीं होने से डाकिया नहीं आता है। ग्राम के पोस्ट आफिस को देंदला से जोड़ना उचित होगा। बड़ोदिया इन्दौर में प्राथमिक विद्यालय भवन जर्जर है। इस ग्राम पंचायत के दो गांव शुजालपुर तहसील एवं दो गांव शाजापुर तहसील में आते हैं। ग्राम में पीने के पानी की समस्या है। खामखेड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि वर्ष 2019 में पूरा गांव फसल बीमा से छूटा हुआ है। प्रधानमंत्री सड़क में पुलिया टूट गई है, जिससे अवागमन अवरूद्ध है। खामखेड़ा से नौलाया सड़क के बीच पुलिया में पाईप डलवाना है। ग्राम में आंगनवाड़ी भवन नहीं है। धन्देड़ा सरपंच ने बताया कि ग्राम के 21 लोगों को बीमा नहीं मिला है, जबकि प्रीमियम काटा गया था। ग्राम में पेयजल की दिक्कत है। एसएसजी द्वारा उचित मूल्य की दुकान नहीं लेने से खाद्यान्न प्राप्त करने सारसी जाना पड़ता है। कुलमनखेड़ी के सरपंच ने बताया कि ग्राम में पेयजल की समस्या है। पेयजल की समस्या श्मशान के नलकूप से दूर हो सकती है। उचित मूल्य की दुकान के संचालक ने स्वसहायता समूहों की आपसी खीचतान के कारण खाद्यान्न मिलने में दिक्कत है। किलोदा सरपंच ने बताया कि सड़को के मरम्मत की आवश्यकता है। अनुसूचित जाति बहुल्य बस्ती के उपर से हाईवोल्टेज लाईन निकली है, जिससे खतरा है। ग्राम का विद्युत ट्रांसफार्मर हमेशा खराब रहता है। बड़नपुर सरपंच ने बताया कि ग्राम में राशन एवं पेयजल की कोई दिक्कत नहीं है। वर्ष 2019 की फसल बीमा लिस्ट में 40 प्रतिशत लोगों के नाम छूटे हुए हैं।
सभी समस्याओं को सुनते हुए कलेक्टर ने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी को निर्देश दिए की ग्राम निपानिया धाकड़, गोयला तथा किलोदा के सरपंचो द्वारा बतायी गयी समस्याओं का त्वरित निराकरण करें। इसी तरह खाद्यान्न पर्ची से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए खाद्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये। कलेक्टर ने बताया कि घर-घर नल के माध्यम से जलप्रदाय की योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिन ग्रामों में पेयजल स्त्रोत नहीं मिल रहे हैं, वहां के लिए मल्टी विलेज स्कीम के माध्यम से जलप्रदाय की योजना बनायी गयी है। कलेक्टर ने सभी ग्राम पंचायतों के सरपंचो से उनके ग्रामों में पटवारियों के आने के दिनों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि जो पटवारी निर्धारित दिवसों में अपने ग्रामों में नहीं पहुंचेंगे, उनका वेतन आहरित नहीं किया जायेगा। कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि ग्राम पंचायतों से मिलने वाली शिकायतों का त्वरित निराकरण किया जायेगा। कलेक्टर ने ग्रामों की पेयजल समस्या, आंगनवाड़ियों द्वारा सूखा खाद्यान्न वितरित करने, उचित मूल्य की दुकानों से खाद्यान्न प्राप्त होने, आयुष्मान कार्ड बनाने, फसल बीमा, पशुओं के बीमा आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायतें बिजली के भारी-भरकम बिलों से छुटकारा पाने के लिए सौलर लाईट का प्रयोग करें। साथ ही भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए वर्षा के जल को छोटी-छोटी संरचनाएं बनाकर संग्रहित करें। छत के पानी को जमीन में भेजने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएं। ग्रामों में नलजल योजना के तहत बिछायी जा रही पाईपलाइन से शासकीय संस्थाओं को भी कनेक्शन दें। इस अवसर पर सहायक मैनेजर सुश्री तंजीला खान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की व्यवस्था करायी।