शाजापुर, 23 अप्रैल 2025/ कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्यो का निरीक्षण किया। कलेक्टर सुश्री बाफना ने आज ग्राम लाहोरी, देवलाबिहार, कालीसिंध, खामखेड़ा, सखेड़ी, सुन्दरसी का भ्रमण कर जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत चल रहे कार्यो एवं अन्य विकास कार्यो का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने जनअभियान परिषद द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना भी की।
ग्राम लाहोरी में कलेक्टर ने नाले एवं आंगनवाड़ी केन्द्र में बनाए गए रिचार्ज पिट का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने ग्राम में निर्मित आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण कर खिड़कियों में मच्छर जाली, रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने एवं किचन स्टेंड बनाने के निर्देश दिए। साथ ही कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस आंगनवाड़ी केन्द्र में लगाई गई टाईल्स की तरह ही अन्य आंगनवाड़ी केन्द्रो में भी टाईल्स लगाए। ग्राम देवलाबिहार में कलेक्टर ने गांव के पानी की निकासी स्थान पर बनाए गए सोख पिट का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अन्य बड़ी ग्राम पंचायतों में भी इस तरह की सोख पिट बनाने के लिए भी कहा। ग्राम कालीसिंध में कलेक्टर ने मोहम्मद इजराईल खान के खेत तालाब का निरीक्षण किया। श्री खान ने बताया कि वे खेत तालाब में मछली पालन भी करते हैं, पिछले वर्ष मछली पालन में 10 लाख रूपये का टर्नओवर था, जिसमें से 3.50 लाख रूपये की बचत हुई। ग्राम खामखेड़ा में कलेक्टर ने प्रस्तावित तालाब की साईट का निरीक्षण किया, कलेक्टर ने कहा कि मनरेगा से बनने वाले तालाब में कार्य मजदूरों से कराए। इसी ग्राम में कलेक्टर ने निर्माणाधीन परकोलेशन टेंक का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने कहा कि शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटवाकर कंटूर ट्रेंचेस बनवाए और वर्षा के पूर्व कार्य पूरा कराए। ग्राम सखेड़ी में भी कलेक्टर ने निर्माणाधीन दो परकोलेशन टेंक का निरीक्षण किया। ग्राम सुन्दरसी में डगवेल रिचार्ज, पुरानी बावड़ी के रिचार्जिंग के लिए संरचना बनाने, ग्राम सुन्दरसी के हापाखेड़ा में खेत तालाब एवं पुरानी तलैया का निरीक्षण किया। पुरानी तलैया का जनसहयोग से जीर्णोद्धार कराने के निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा कि निकाली जाने वाली गाद तालाब की पाल पर डाले ताकि अधिक मात्रा में जल भराव हो। साथ ही कलेक्टर ने ग्राम सुन्दरसी में समर्थन मूल्य पर गेहूं की जा रही खरीदी के केन्द्र का निरीक्षण कर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस दौरान ग्रामीण विकास विभाग का अमला भी मौजूद था।