मध्य प्रदेश के भोपाल में पढ़ाई करने आए अफगानिस्तान के सैयद राशिद की लापता होने की खबर सामने आई थी. छात्र की वीजा अवधि समाप्त हो चुकी थी. लेकिन वह वापस अफगानिस्तान नहीं लौटा. फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर मुंबई से आए पत्र के बाद कोलार पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है. वहीं, अब छात्र ने फेसबुक के जरिए जानकारी दी है कि वह लापता नहीं हुआ है. भारत में ही है.
राशिद ने अपने फेसबुक स्टेट्स पर लिखा कि ‘मैं भारत में अकेला हूं, मैं अपनी स्थिति समझाने के लिए कई बार FRRO भोपाल गया, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे. मैं UNHCR के पास दिल्ली आया और उन्होंने ही मुझे निर्देश दिया कि जब तक मेरा मामला हल नहीं हो जाता, मैं दिल्ली में ही रहूं. मैं किसी से नहीं छिप रहा हूं और कोई अपराध नहीं कर रहा हूं. मैं एक शरणार्थी हूं और रहने के लिए एक सुरक्षित जगह की तलाश कर रहा हूं.’
फेसबुक स्टेट्स पर छात्र ने लिखा…
छात्र ने आगे लिखा कि मैंने हर संभव कानूनी तरीका आजमाया और अब भी कोशिश कर रहा हूं और जरूरत पड़ने पर हर दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए तैयार हूं. पुलिस और मीडिया द्वारा की गई गलतफहमी मेरे लिए बहुत गंभीर है और मैं एक शरणार्थी और एक छात्र के रूप में अपनी स्थिति को स्पष्ट करने के लिए तैयार हूं.
अफगानी छात्र सैयद राशिद भोपाल में एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए 2019 में स्टूडेंट वीजा पर आया था . उसने यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीज (यूएनएचसीआर मुंबई) से शरणार्थी कार्ड भी ले रखा था. मार्च 2024 में राशिद की वीजा अवधि समाप्त हुई, लेकिन वह अफगानिस्तान वापस नहीं लौटा.
भोपाल छोड़ने का जारी हुआ था नोटिस
राशिद पिछले 1 साल से सागर ग्रीन हिल्स कोलार स्थित फ्लैट में किराए पर रह रहा था. अगस्त 2024 में एफआरआरओ मुंबई ने जिला विशेष शाखा को पत्र भेज कर अवगत कराया विशेष शाखा ने कोलार पुलिस को जानकारी दी. कोलार पुलिस ने 12 जनवरी 2025 को नोटिस जारी कर तत्काल भोपाल छोड़ने के निर्देश दिए. इसके बाद राशिद भोपाल से तो चला गया, लेकिन उसने देश नहीं छोड़ा .अब पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस कर रही है . यूएनएचसीआर मुम्बई ने पत्र भेजकर बताया कि राशिद का शरणार्थी कार्ड भी शून्य के दिया है.
कोलार थाना प्रभारी संजय सोनी ने बताया कि जब पुलिस राशिद को नोटिस देने पहुंची थी, तब राशिद ने बताया था कि उसकी पढ़ाई पूरी होने वाली है. उसे यहीं पर नौकरी मिल रही है. इसलिए वह भोपाल में रहना चाहता है. पुलिस का कहना है कि उसने बताया था कि वह वीजा अवधि बढ़वाने का प्रयास कर रहा है. लेकिन वह अब उस पते पर नहीं है.