दिल्ली में लगातार हो रही आपराधिक वारदातों और बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसदों ने शुक्रवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में इंडिया गठबंधन के घटक दल TMC के सांसद भी मौजूद रहे. AAP सांसदों ने केंद्रीय गृहमंत्री से दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सदन में आकर जबाव देने की मांग की.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज देश की राजधानी अपराधों की राजधानी बन गई है. इस पर सरकार को जबाव देना चाहिए. मैंने सदन में नोटिस देकर गृह मंत्री से दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर जवाब देने की मांग की है.
90 के दशक के मुंबई जैसे हालात
प्रदर्शन के दौरान आप सांसदों ने नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था और बढ़ते गैंगवॉर को लेकर घेरा. सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि आज दिल्ली के अदंर वैसे हालत हैं, जैसे 90 के दशक में माफिया राज में मुंबई में होते थे.
कानून व्यवस्था पर जवाब मांगा
उन्होंने कहा कि देश की राजधानी अपराधों की राजधानी बन गई है. इसलिए मैंने शुक्रवार को 267 का नोटिस दिया है कि सदन में आकर गृह मंत्री दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर जवाब दें. यहां पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रहते हैं. गृह मंत्रालय की नाक के नीचे उनके घर के आसपास के 10 किलोमीटर के अंदर हत्या हो जाती है, बलात्कार की घटनाएं होती हैं. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
दिल्ली में सुरक्षित नहीं महिलाएं
संजय सिंह ने कहा कि बेटियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी की सरकार और अरविंद केजरीवाल की थी. बेटियों को पढ़ाने का काम हमने किया जबकि बेटियों को बचाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है. लेकिन सरकार इस पर जवाब नहीं देना चाहती. दिल्ली की सुरक्षा का क्या होगा? देश की राजधानी अगर सुरक्षित नहीं है तो देश कैसे सुरक्षित रहेगा?
उन्होंने कहा कि आज हमारे साथ प्रदर्शन में टीएमसी के सांसद भी शामिल हुए. हम लोग आगे इस आंदोलन को और बड़ा करेंगे. इसमें दूसरे राजनीतिक दलों को भी शामिल करेंगे और सदन के अंदर इस पर चर्चा की मांग करेंगे.
आम लोग, व्यापारी सभी असुरक्षित
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि दिल्ली के अंदर तकरीबन रोजाना कोई न कोई बड़ी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. दिल्ली के अंदर खासकर व्यापारी और महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं. व्यापारियों को आए दिन रंगदारी मांगने की कॉल आ रही हैं. रंगदारी नहीं देने पर उन्हें धमकियां दी जाती हैं. उनके व्यापारिक संस्थानों पर फायरिंग की जा रही है.