जिला मुख्यालय शाजापुर सहित अनुविभाग शुजालपुर के सभी थानों से बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंचा। प्रशासन ने गांव की सीमा को सील करते हुए बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया था। गौवंश वध से जुड़े आरोपी राजा, मुस्ताक, बबलू का मकान तोड़ा गया। साथ ही गांव के गोहा में एक अन्य अतिक्रमण मिलने पर हमीद पिता भूरे खां के मकान को जेसीबी से जमींदोज किया।
एसडीएम सत्येंद्रसिंह ने कहा ग्राम आबादी की जमीन पर कब्जा कर इन लोगों ने मकान बनाया था। मौके पर एसडीओपी शुजालपुर सहित विभिन्न स्थानों के थाना प्रभारी मौजूद रहे। यह है पूरा मामला पुलिस सिटी ने मुखबिर की सूचना पर 18 अगस्त को थाना क्षेत्र के खेड़ी मंडल खां स्थिति एक घर से गौवंश का मांस बरामद किया था। बताया जाता है कि गांव के सरपंच सहित सात लोगों ने गोवंश का वध किया था, जिसको खाने के लिए काटा था। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने के साथ 5 लोगों पर रासुका की कार्रवाई की थी। एक पखवाड़े से हिंदू संगठन के लोगों चक्काजाम और आंदोलन करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस विषय को लेकर राजनीतिक उथल-पुथल के अलावा अफवाह भी जोरों पर चल रही थी।
गौहत्यारों को बचाने का विचार भी आ जाए तो मुझे जीने का अधिकार नहीं-राज्यमंत्री प सोशल मीडिया पर मामले को लेकर टिप्पणी हो रही थी, सोमवार को स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार का वीडियो आया, जिसमें उन्होंने कहा खेड़ी मंडलखां में गौहत्या की घटना, जिसमें विधर्मी लोग शामिल थे, उन पर पुलिस व प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की। एक आरोपी की अग्रिम जमानत कोर्ट ने दी, उस प्रक्रिया में प्रशासन का काम नहीं है, पहली बार पांच लोगों के विरुद्ध रासुका लगाई है, एक जनप्रतिनिधि के खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित है। ऐसे कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ उनके मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की है। कुछ लोगों ने मेरा नाम जोड़कर भ्रम फैलाने की कोशिश की, मैं कभी गौहत्यारों के साथ नहीं हो सकता हूं। मेरे मन में उनको बचाने का विचार भी आ जाए तो मुझे जीने का अधिकार नहीं है, पूरी जिंदगी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नाते हिंदूत्व के लिए काम करने का संकल्प लिया है, राजनीति से प्रेरित कुछ लोग इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं। जो भ्रम फैला रहे है वे कभी गौभक्त नहीं हुए, कभी हिंदुत्व का काम नहीं किया है।