रमजान के महीने में एक नेकी के बदले मिलता है 70 नेकी का सवाब – एकता गु्रप द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में औलेमाओं ने कहा
शाजापुर.
रमजान के मुबारक महीने में एक नेकी के बदले 70 गुना नेकी का सवाब मिलता है। हर वो शख्स जिसे अल्लाह ने दौलत से नवाजा है, वह पूरी ईमानदारी से जकात निकाले। रोजा सिर्फ भूखा रहने का नाम नहीं, रोजा हाथ, पैर, मुंह, दिल-दिमाग पर भी काबू रखने का नाम है। यह बात मंगलवार को देर रात एकता गुु्रप द्वारा हाफिज, कारी और आलिमों की दस्तारबंदी (सम्मान) कार्यक्रम में कही। हुसैनी चौक पर आयोजित हुए कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजजन एकत्रित हुए। जमीअत उलेमा-ए-हिंद सदर हाफिज अफजल सा. ने समाजजनों को इस्लामी तरीके से जिंदगी गुजारने पर जोर दिया। एकता गुु्रप अध्यक्ष वकार अली ने कहा कि रमजान माह में हाफीज, औलेमाओं द्वारा कुरआन की तिलावत कर तराबीह की नमाजें अदा कराई जाती है। रोजा रखने वाला खुदा की इबादत में मशगुल रहता है और बुरे कामों से बचता है। सम्मान के बाद देश में अमन शांति और एकता की दुआ की गई।
साफा बांधकर किया सम्मान
एकता गु्रप द्वारा आयोजत होसला अफजाई कार्यक्रम में एडिशनल एसपी टीएस बघेल, एकता गु्रप वरिष्ठ सरपरस्त काजी अहसानउल्ला साहब, मौलाना अफजल सा. नायब काजी रहमतउल्ला साहब की दस्तारबंदी कर सम्मान किया गया। इस दौरान शहर के सभी आलीम, हाफिजों का सम्मान कर उपहार भेंट किए गए। सभी का सम्मान एकता गु्रप अध्यक्ष सैयद वकार अली सहित गु्रप के सदस्यों द्वारा किया गया।
इस दौरान हाजी मसीद खान, दाऊद सेठ, कोषाध्यक्ष डॉ. अशफाक मंसूरी, हाजी जफर भाई ठेकेदार, सचिव शेख शाकिर, बबलू भाई शृंगारिका, इरफान पटेल, भय्यू मास्टर, भय्यू मशीन, शराफत सेठ, भय्या काजी, आबिद भाई, जाकिर भाई कस्साब, नबी भाई, नदीम जावेद, वसीम गोल्डन, चांद वारसी, हैदर अली, युवा पत्रकार शफीक खान,प्रवक्ता अनीस खान सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।