शाजापुर
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राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय शाजापुर सहित तहसील मुख्यालय शुजालपुर, आगर, सुसनेर, नलखेड़ा न्यायालय परिसर में कोविड-19 की गाईडलाईन का पालन करते हुए हुई नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत में 1346 प्रकरण निराकृत हुए और 04 करोड़ 06 लाख 12 हजार 746 रूपए के आवार्ड पारित किए गये। नेशनल लोक अदालत में 1898 से अधिक व्यक्ति लाभान्वित हुए। नेशनल लोक अदालत में जिले एवं तहसीलों को मिलाकर कुल 23 न्यायिक खण्डपीठ बनाई गई थी। आज प्रातः 10:30 बजे नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर न्यायाधीश श्री मनोज कुमार शर्मा, श्री बृजेश गोयल, श्री प्रवीण शिवहरे, श्री अनिल कुमार नामदेव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री राजेन्द्र देवड़ा, श्री आशीष परसाई, श्रीमती शर्मिला बिलवार, सुश्री हर्षिता सिंगार, श्रीमती प्रिन्सी अग्रवाल, श्री नीरज अग्रवाल, सुश्री रूपम तोमर, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री कमल श्रीवास्वत, अन्य अधिवक्ता, न्यायालय के कर्मचारीगण भी मौजूद थे।
लोक अदालत में अपराधिक शमनीय प्रकरण, परक्राम्य अधिनियम की धारा 138 के अंतर्गत प्रकरण, बैंक रिकवरी संबंधी मामले, एम.ए.सी.टी प्रकरण (मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा प्रकरण), वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद प्रकरण भूमि अधिग्रहण, विद्युत एवं जल कर/बिल संबंधी अन्य समस्त प्रकार के राजीनामा योग्य, प्री-लिटिगेशन (मुकदमा पूर्व) आदि के कुल 14998 प्रकरण रखे गये थे। उनमें से प्री-लिटिगेशन के रखें 12177 प्रकरणों में से 945 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इन प्रकरणों में 1 करोड़ 14 लाख 70 हजार 138 रुका राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार न्यायालय में 2821 लंबित प्रकरण को नेशनल लोक अदालत में रखें गये, जिसमें से 401 लंबित प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें से 29142608 राशि जमा हुई। इस प्रकार कुल 1346 न्यायालयीन प्रकरणों में जिले/तहसीलों में राजीनामा करवाया गया। जिसमें से 04 करोड़ 06 लाख 12 हजार 746 रूपये की आवार्ड राशि वसूली की गई और 1898 से अधिक व्यक्ति लाभान्वित हुए। लोक अदालत में शाम 5 बजे तक कई प्रकरणों में राजीनामा करवाया गया।