उज्जैन एक मार्च। उज्जैन संभागायुक्त श्री संदीप यादव ने सोमवार को नगरीय प्रशासन, नगर तथा ग्राम निवेश, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, श्रम विभाग, उद्योग विभाग एवं सामाजिक न्याय विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक ली। संभागायुक्त ने बैठक में सामाजिक न्याय विभाग की विभिन्न पेंशन योजनाओं की समीक्षा की। बताया गया कि उज्जैन संभाग में दो लाख 56 हजार 991 हितग्राहियों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है। वहीं एक लाख 37 हजार 565 हितग्राहियों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, 11 हजार 845 व्यक्तियों को राष्ट्रीय नि:शक्त पेंशन, सात हजार 745 व्यक्तियों को कन्या अभिभावक पेंशन, नौ हजार 568 हितग्राहियों को मंदबुद्धि, बहुविकलांग आर्थिक सहायता दी जा रही है। वहीं 60 हजार 669 व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं एक लाख 15 हजार 625 महिलाओं को मुख्यमंत्री कल्याणी पेंशन दी जा रही है। मुख्यमंत्री अविवाहित पेंशन योजना के तहत संभाग के 220 महिलाओं को पेंशन दी जा रही है। बैठक में बताया गया कि स्पर्श पोर्टल पर 71 हजार 418 दिव्यांगों का पंजीयन किया गया है। इनमें से 65 हजार 43 लोगों के युडीआईडी कार्ड जनरेट भी हो चुके हैं। संभागायुक्त ने सीएम हेल्पलाइन में लम्बित प्रकरणों की भी समीक्षा की।
संभागायुक्त ने श्रम विभाग के सुपर-5000 योजना, विवाह सहायता योजना, खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, सायकल अनुदान एवं छात्रवृत्ति योजना की समीक्षा की। बताया गया कि कोरोनाकाल में वापस आये प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। उज्जैन में एक हजार, मंदसौर में 564, देवास में 426, रतलाम में 371, नीमच में 282, आगर-मालवा में 203 एवं शाजापुर में 29 श्रमिकों को रोजगार से जोड़ा गया है। संभागायुक्त ने नगरीय निकाय के तहत आने वाले उपभोक्ता प्रभार जिसमें जलकर एवं अन्य कर शामिल हैं, उनकी समीक्षा की। बताया गया कि संभाग के 61 निकाय के बजट का अनुमोदन किया गया है। अनुमानित आय से अधिक व्यय है। दीनदयाल अन्त्योदय रसोई घर योजना के तहत जिले में तीन स्थानों पर रसोई घर का संचालन किया जा रहा है। संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद तथा नगर पंचायत की सम्पत्ति कर की अलग-अलग श्रेणियां बनाकर उन्हें अवगत कराया जाये। बताया गया कि फाईव स्टार श्रेणी में उज्जैन एवं रतलाम जिले आते हैं। इन्दौर को ही गत वर्ष फाईव स्टार श्रेणी प्राप्त हुई थी।
बैठक में सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।