पाकिस्तान ने अपने नापाक इरादों को जारी रखते हुए शुक्रवार रात को भी भारत के कई शहरों को टारगेट किया और ड्रोन के जरिए हमला करने की कोशिश की। ये हमले शनिवार सुबह भी जारी रहे। हालांकि भारत ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए सभी ड्रोन को हवा में ही डैमेज कर दिया। इन शहरों में राजस्थान, पंजाब, जम्मू कश्मीर, गुजरात के कई बड़े शहर शामिल हैं। प्रो डिफेंस जम्मू ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है कि 8-9 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने भारतीय वायुसीमा का बड़ा उल्लंघन किया। पाकिस्तान ने लगभग 300-400 ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए लेह से सिर क्रीक तक 36 स्थानों पर भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की।
भारतीय सेना ने इन ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया। कई ड्रोन को काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक तरीकों से मार गिराया गया। बठिंडा पर एक सशस्त्र ड्रोन (यूएवी) हमले को भी सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया। जिन स्थानों पर ड्रोन देखे गए हैं, उनमें बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुवारबेट और लखी नाला शामिल हैं। दुर्भाग्यवश, फिरोजपुर में एक सशस्त्र ड्रोन ने नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया, जिससे एक स्थानीय परिवार के सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को चिकित्सीय सहायता प्रदान की गई है और क्षेत्र को सुरक्षा बलों द्वारा सैनिटाइज कर दिया गया है।
भारतीय सशस्त्र बल उच्चतम सतर्कता की स्थिति में हैं और ऐसे सभी हवाई खतरों पर नजर रखते हुए उन्हें काउंटर-ड्रोन सिस्टम की मदद से निष्क्रिय किया जा रहा है। स्थिति पर लगातार और करीबी नजर रखी जा रही है, और जहां भी आवश्यक हो, तुरंत कार्रवाई की जा रही है। सीमा क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, घर के अंदर रहें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करें। घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्कता और सावधानी अत्यंत आवश्यक है।
भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के चार वायु रक्षा ठिकानों पर ड्रोन हमले किए और एक रडार को नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर तोपों और ड्रोन से हमले शुरू कर दिए, जिससे कुछ स्थानों पर हताहत होने की खबर है। गंभीर बात यह है कि इस पूरे हमले के दौरान पाकिस्तान ने अपनी नागरिक वायुसीमा को खुला रखा, जिससे आम नागरिक उड़ानों को भी खतरा हुआ।