जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद से पाकिस्तान की नींद पूरी तौर से उड़ी हुई है, उसे यही डर सता रहा है कि भारत कभी भी उसके ऊपर हमला कर सकता है. उसके खौफ का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उसने अपने फाइटर जेट्स और एटमी हथियार छुपा दिए हैं. उसको अंदाजा लग गया है कि भारत सबसे पहले उसके एटमी हथियारों और फाइटर जेट्स को टारगेट कर सकता है. इस बीच जिन्ना का मुल्क युद्ध की तैयारी में भी जुटा है. यही वजह है कि उसने अपने शहरों में साइरन लगाने शुरू कर दिए हैं, ताकि किसी भी संभावित हमले को लेकर आमजन को आगाह किया जा सके.
खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने कहा, ‘किसी भी आपात स्थिति, विशेषकर युद्ध के दौरान वॉर्निंग सिस्टम के महत्व पर जोर देने की जरूरत नहीं है. दुश्मन की ओर से हवाई हमले के दौरान और किसी भी विनाशकारी स्थिति में युद्ध में चेतावनी प्रणाली महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. नागरिक सुरक्षा की चेतावनी का इस्तेमाल युद्ध-हवाई हमले की चेतावनी के प्रसार के लिए एक बेहतरीन टूल के रूप में किया जा सकता है, जिससे जनता को सुरक्षा उपाय करने में सक्षम बनाया जा सके.’
भारत पर लगा रहा तनाव पैदा करने का आरोप
उसने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘चूंकि हमारी पूर्वी सीमा पर मौजूदा तनावपूर्ण सुरक्षा स्थिति को भारतीय बलों की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बढ़ाया गया है, इसलिए नागरिक सुरक्षा चेतावनी प्रणाली का महत्व कई गुना बढ़ गया है.’ खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने आदेश दिया है कि साइरन की आवाज 10 से 15 किलोमीटर तक सुनाई देनी चाहिए और साइरन हूटर 10 एचपी के इंस्टॉल किए जाएं.
खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि अपने संबंधित जिले के नागरिक सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दें कि वे इस निदेशालय को पहले से इंस्टॉल्ड सायरन का पूरा स्थान, किसकी देखरेख में सायरन लगाए जा रहे हैं, उनकी कार्यक्षमता की स्थिति के बारे में डिटेल में जानकारी दें. साथ ही साथ सायरन की जांच की जाए, उनकी सर्विसिंग की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वे पूरी तरह से ठीक हैं.
अमेरिका के सामने गिड़गिड़ाया पाकिस्तान
बीते दिन पाकिस्तान ने कहा कि उसके पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत जल्द ही सैन्य कार्रवाई शुरू कर सकता है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अमेरिका के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं और उन्होंने उससे कहा है कि वह भारत पर बयानबाजी कम करने और जिम्मेदारी से काम करने के लिए दबाव डाले.
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उस समय सबसे ज्यादा बढ़ गया जब आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 अप्रैल को हमला कर 26 निर्दोष पर्यटकों को मार डाला. हमलावरों ने धर्म पूछकर लोगों की हत्याएं कीं. भारत ने दो पाकिस्तानी नागरिकों सहित तीन हमलावरों की पहचान आतंकवादियों के रूप में की है. हालांकि आतंकियों को पालने वाला पाकिस्तान इस घटना में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार कर रहा है.