गुजरात टीकाकरण में कैसे बना नंबर 1 स्टेट… क्या है CM भूपेंद्र पटेल का खिलखिलाहट अभियान?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “हर जच्चा-बच्चा रहे स्वस्थ ” के संकल्प को साकार करने में गुजरात सबसे आगे है. प्रदेश ने SDG-3 इंडेक्स के अनुसार मिशन इंद्रधनुष के तहत सार्वत्रिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) में 95.95% टीकाकरण कर राष्ट्रीय औसत (93.23%) से बेहतर प्रदर्शन किया है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रभावी पहल की हैं, जिनके कारण ये सकारात्मक परिणाम मिले हैं.

इस साल के राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर गुजरात का स्वास्थ्य विभाग 15-16 मार्च को खसरा/रूबेला (MR) के लिए विशेष टीकाकरण अभियान का संचालन भी करने जा रहा है.

2024 में संपूर्ण टीकाकरण का औसत कवरेज 98%

वर्ष 2024-25 (अप्रैल-फरवरी) के दौरान गुजरात में 1 साल के बच्चों का संपूर्ण औसत टीकाकरण कवरेज 98% रहा. इसमें से कुछ टीकों के आंकड़ों के बारे में बात करें तो बैसलिस कैलमेट गुरिन (BCG) का टीकाकरण कवरेज 96%, पंचगुणी (DPT+Hep-B+HiB) का 95%, और खसरा/रूबेला (MR) का टीकाकरण कवरेज 97% रहा.उल्लेखनीय है कि गुजरात में टीकाकरण कवरेज की इस उपलब्धि के पीछे की राज्य सरकार की अनूठी व विशेष पहलों, जैसे “धन्वंतरि रथ”, “टीका एक्सप्रेस” और “मोबाइल ममता दिवस” (दूरस्थ क्षेत्रों में टीकाकरण सेवाएं) का बड़ा योगदान है.

सघन मिशन इंद्रधनुष के तहत हर बच्चे तक टीकाकरण

केन्द्र सरकार के सघन मिशन इंद्रधनुष के तहत गुजरात सरकार ने 0-2 वर्ष के सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं के सघन टीकाकरण अभियान को बहुत ही प्रभावशीलता के साथ लागू किया है.इससे मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण कवरेज में 20% से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है.इस अभियान के अभी तक के सभी चरणों के तहत राज्य के 9,95,395 बच्चों और 2,25,960 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हुआ है.यह मिशन उन बच्चों तक पहुंचने का एक प्रयास है, जो किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं.

खिलखिलाट अभियान दे रहा हर बच्चे के मुस्कान को सुरक्षा

गुजरात सरकार की खिलखिलाट व्हीकल ने भी राज्य के लाखों बच्चों के जीवन में मुस्कान बिखेरी है. इस वर्ष 16-22 जनवरी 2025 के बीच राज्य सरकार ने विशेष “खिलखिलाट टीकाकरण अभियान” चलाकर 25,736 बच्चों को BCG, OPV, Penta, IPV, Rota, PCV, MR और DPT के टीके दिए.इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने कई विशेष टीकाकरण अभियान चलाकर वडोदरा, सूरत, अहमदाबाद नगर निगम और मोरबी को टीकाकरण के लिए विशेष रूप से लक्षित किया, जिससे इसके कवरेज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.

3 साल में 18 लाख+ बच्चों का स्कूल-बालवाटिका में टीकाकरण

टिटनेस-डिप्थेरिया जैसे बीमारियों के व्यापक टीकाकरण के लिए गुजरात सरकार ने पिछले 3 सालों में इंटर डिपार्टमेन्ट कोर्डिनेशन प्रक्रिया को अपनाया है.इसके तहत शिक्षा विभाग के साथ समन्वय कर गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने 10 साल और 16 साल के छात्रों का टीकाकरण स्कूल में ही किया गया और 2024 में पाँच साल के बच्चों को डीपीटी वैक्सीन का दूसरा डोज बाल वाटिका में दिया गया.दोनों श्रेणियों को मिलाकर लगभग 18 लाख से अधिक बच्चों को टीकाकरण दिया गया.

पोलियो के खिलाफ गुजरात की निर्णायक जीत

गुजरात ने 2007 से 2024 तक एक भी पोलियो मामला दर्ज नहीं किया, जो राज्य के प्रभावी टीकाकरण प्रयासों की बड़ी सफलता है.वर्ष 2024 के नेशनल इम्यूनाइजेशन डे (NID) के दिन राज्य 33 जिलों में 82.49 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई.वहीं, सब नेशनल इम्यूनाइजेशन डे (SNID) के तहत गुजरात सरकार ने 24 जिलों में 0-5 वर्ष के 42.97 लाख बच्चों तक टीकाकरण की पहुँच बनाई है.

मालवा अभीतक की ताजा खबर सीधे पाने के लिए : 
ताज़ा ख़बर पाने के लिए एंड्राइड एप्लीकेशन इनस्टॉल करें :

शांति और सौहार्द के साथ मक्सी में संपन्न हुआ होली पर्व, सादगी से अदा हुई जुमे की नमाज पुलिस रही मुस्तेद     |     कोल्पिंग स्कूल सर्वश्रेष्ठ परिणाम की ओर अग्रसर, स्कूल की छात्रा का नोसेना     |     3 दिन में बच सके तो बच, मंत्री विजय शाह को जान से मारने की धमकी, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया     |     टीकमगढ़ में ऑयल मिल में लगी भीषण आग, लाखों का नुकसान     |     अपनी ही पार्टी नेताओं से परेशान दिखे दिग्विजय सिंह, दे डाली नसीहत     |     छतरपुर में सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत, होली के लिए बागेश्वर धाम जा रहा था परिवार     |     दोस्त के नाम छोड़ा एक लेटर… फिर लगा लिया मौत को गले, B.Tech के छात्र के सुसाइड केस से मची सनसनी     |     वो ईसाई लड़की, जिसके प्यार में दीवाना हो गया था औरंगजेब… क्यों अधूरी रह गई थे ये लव स्टोरी?     |     34000 सैलरी, हर महीने 4.44 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर… 7 करोड़ का गबन करने वाला क्लर्क 16 दिन से गायब, अब मिला सुसाइड नोट     |     महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग… धधकते अंगारों से गुजरे गांव के 1000 लोग, होली पर 150 सालों से निभाई जा रही अनोखी परंपरा     |