शाजापुर जिले के सलसलाई का मामला, पटवारी किसान बोला- मुझे अपना दुश्मन माननाः किसान ने कहा- 50000 रुपए लेकर भी काम नहीं किया; अब धमका रहा है
शाजापुर जिले के गुलाना अनुभाग के सलसलाई के हल्का नंबर 116 के पटवारी दिनेश कलमोदिया पर लगा रिश्वत लेने का आरोप लगा है । ऑडियो-वीडियो भी सामने आया है।
शाजापुर के अकोदिया में सलसलाई के हल्का नंबर 116 के पटवारी दिनेश कलमोदिया पर एक किसान से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगा है। शिकायतकर्ता किसान का कहना है कि पटवारी ने पैसे तो ले लिए लेकिन काम नहीं किया। जब अपने पैसे वापस मांगे, तो पटवारी ने अभद्र भाषा में धमकी दी। अब इस पूरे मामले का ऑडियो-वीडियो सामने आया है।
किसान अरशद खान ने बताया कि पटवारी दिनेश कलमोदिया ने नक्शा बटांकन के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी, जो हमने मार्च 2024 को दे दिए। 8 महीने बाद भी काम नहीं हुआ। जब पैसे वापस मांगे, तो पटवारी ने पहले 10 हजार रुपए अपने अन्य कार्यों के खर्च के लिए काटने की बात कही और बाकी 40 हजार रुपए लौटाने का आश्वासन दिया।
पैसे के बदले मोटर खरीदने की पेशकश की–किसान अरशद खान के मुताबिक जब पैसे नहीं मिले तो पटवारी ने मोटर खरीदने की सलाह दी। उसने कहा कि अकोदिया में किसी दुकान से मोटर खरीद लो, मैं दुकानदार से बात कर भुगतान कर दूंगा। हमने मोटर खरीद ली और दुकानदार ने पटवारी को बिल दे दिया।
इसके बाद 5 दिसंबर को रात 10:20 बजे पटवारी ने फोन करके धमकी दी, जिसकी रिकॉर्डिंग भी मैंने की। इसके बाद इस पूरे मामले की शिकायत 6 दिसंबर को कलेक्टर और एसपी से की। साथ ही पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
पटवारी बोला- मुझे ट्रैप कराओ भ्रष्टाचार में किसान को पटवारी की ओर से धमकी देने और पैसे के लेन-देन की बात का ऑडियो सामने आया है। 5 मिनट 51 सेकेंड के ऑडियो में पटवारी दिनेश कलमोदिया किसान से कह रहा है कि मुझे ट्रैप कराओ भ्रष्टाचार में, तुम करा सकते हो तो। दिनेश कलमोदिया को अब तुम दुश्मन मानना, आई लव यू। तेरे को जो करना है कर लेना। भले ही रिकॉर्डिंग वायरल कर देना।
खर्च काटकर पैसे लौटाने का वादा किया
53 सेकेंड का एक और ऑडियो सामने आया है। जिसमें किसान पटवारी से कहता है कि बटांकन को लेकर 50 हजार की बात हुई थी जो हुआ नहीं। इसके अलावा जो काम किया गया है उसका आप जोड़ लेना। तो पटवारी कहता है कि मैंने तो मना ही किया था। मैं आपसे बाहर नहीं हूं। आपने जो कहा था उसके हिसाब से जितना हो उतना दे देना। अपन अलग आदमी नहीं है।
किसान कहता है कि आपका जो-जो खर्चा हुआ है वो लिख के बता देना कि ये-ये काम किया है। वो-वो काट लेना। तो पटवारी कहता है कि आप आ जाना कल या मैं यहीं आ जाऊंगा। इस पर किसान कहता है कि हां आप आ जाना।
वहीं, इस मामले में गुलाना की नायब तहसीलदार वंदना हरित कहना है-
” मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।