इंदौर। इंदौर-खंडवा राजमार्ग पर भेरूघाट सुरंग तक पहुंच मार्ग (अप्रोच रोड) बनाने के लिए इलेक्ट्रानिक ब्लास्टिंग की गई। इससे बड़े पत्थर उड़कर 300 से 400 मीटर दूर गिरे। कई घरों पर पत्थर गिरने से लोहे की चद्दरों में छेद हो गए। हालांकि इसमें किसी को चोट नहीं आई, लेकिन घरों में नुकसान होने से ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
ग्रामीणों ने सिमरोल थाने का घेराव कर दिया। कुछ ग्रामीणों ने मेघा इंजीनियरिंग (निर्माण एजेंसी) के दफ्तर में तोड़फोड़ की। कई कर्मचारियों को पीटा। प्रोजेक्ट इंचार्ज नागेश्वर राव को डीजल डालकर जलाने की धमकी तक दे डाली।
महीनेभर से ब्लास्टिंग से सड़क के लिए रास्ता तैयार किया जा रहा है। शुक्रवार दोपहर ब्लास्टिंग के दौरान तकनीकी गड़बड़ी आ गई। इलेक्ट्रानिक डेटोनेटर ठीक से नहीं लगे। इससे तीन से चार मिस्ड फायर हो गए। इससे पत्थर उड़कर 300 से 400 मीटर दूर जा गिरे। घरों पर पत्थर बरसने लगे। कुछ गाड़ियों को भी नुकसान हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर दिया।
नहीं बजाते हैं सायरन
आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया। एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल और एजेंसी के अधिकारी भी थाने पहुंचे। साथ ही डीएसपी उमाकांत चौधरी, एसडीएम चरणजीत सिंह हुड्डा, नायब तहसीलदार यशदीप रावत सहित ग्रामीणों ने थाने में लिखित आवेदन दिया।
बंद रखेंगे काम
एजेंसी के प्रोजेक्ट इंचार्ज नागेश्वर राव का कहना है कि दफ्तर में आकर ग्रामीणों ने चार-पांच कर्मचारियों को बुरी तरह पीटा है। एचआर धीरज कुमार की बुरी तरह पिटाई की है। इसके बाद मेरे केबिन में आकर ग्रामीणों ने डीजल डालकर जलाने की धमकी दी। दफ्तर में भी काफी नुकसान किया है। इसके पहले भी ग्रामीणों ने दो-तीन बार दफ्तर में घुसकर कर्मचारियों को पीटा है। सुरक्षा नहीं मिलने तक काम बंद रखा जाएगा।