मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए पर्याप्त लैंड बैंक उपलब्ध है। मध्यप्रदेश, पावर सरप्लस राज्य है, दिल्ली की मेट्रो ट्रेन भी मध्यप्रदेश के सोलर प्लांट से चल रही है। प्रदेश में पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। स्किल्ड मेन पावर के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है, प्रदेश के लोग शांति से कार्य करने में विश्वास रखते हैं, हमारी ब्यूरोक्रेसी भी प्रो-एक्टिव है। यह सब बिन्दु औद्योगिक विकास और निवेश के लिए हमारी ताकत है। राज्य सरकार उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार अपनी विभिन्न नीतियों में जरूरी बदलाव करने के लिए सहमत है। प्रदेश में सभी क्षेत्रों के उद्योग और निवेश के लिए पर्याप्त संभावनाएँ मौजूद हैं। उद्योगपति एंव निवेशक आएँ, बातचीत करें और उद्योग तथा प्रदेश की प्रगति में सहभागी बने। मुख्यमंत्री श्री चौहान बैंगलुरू में “मध्यप्रदेश में निवेश अवसर” पर संवाद सत्र को संबोधित कर रहे थे।
बैंगलुरू के होटल ताज यशवंतपुर में संवाद सत्र में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा, विभिन्न उद्योगपति और निवेशक सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निवेशकों से यह संवाद मात्र कर्मकांड नहीं है, अपितु प्रदेश के विकास की तड़प, जिद, जुनून और जज्बे से उत्पन्न भावना है जिसे व्यवहारिक रूप देने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इन्दौर में 11 और 12 जनवरी 2023 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हो रही है। इससे पहले 8 से 10 जनवरी तक प्रवासी भारतीय सम्मेलन होगा, जिसमें 80 से अधिक देशों में निवास कर रहे प्रवासी भारतीय सम्मिलित होंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे और राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उद्योगपतियों और निवेशकों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश और उद्योग लगाने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श कर समिट में उद्योगपति एवं निवेशक अपनी भावी योजनाओं को निर्णायक रूप देंगे, इस विश्वास के साथ ही मैं आपको आमंत्रित कर रहा हूँ। मध्यप्रदेश के उज्जैन में श्री महाकाल लोक की अद्भुत सृष्टि हुई है, प्रदेश टाईगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट और चीता स्टेट भी है। आप प्रदेश में आएँ, निवेश की ओर निर्णायक रूप से आगे बढ़ें और प्रदेश की विविधता से परिचित हों, यही आग्रह है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का स्वच्छतम राज्य है। प्रदेश लगातार छठवीं बार स्वच्छता में उपलब्धियाँ अर्जित कर देश का सिरमौर बना है। प्रदेश में 3 लाख किलोमीटर सड़कें बनाई गई हैं। अटल एक्सप्रेस-वे, नर्मदा एक्सप्रेस-वे से जहाँ एक ओर अंतर्राज्यीय कनेक्टिविटी बढ़ेगी, वहीं दिल्ली और गुजरात से भी आवागमन सुगम और कम समय में होगा। इंदौर और भोपाल के बीच में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। कभी बीमारु राज्य कहे जाने वाले मध्यप्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में अन्न उत्पादन में पंजाब को पीछे छोड़ा है। प्रदेश का बासमती चावल अमेरिका और कनाडा में धूम मचा रहा है। हम फूड प्रोसेसिंग में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। देश की जीएसडीपी में हमारा योगदान 3.6 से बढ़ कर 4.6 प्रतिशत हो गया है और विकास दर वर्तमान मूल्यों पर 19.36 प्रतिशत है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा वर्ष 2026 तक पाँच ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश ने अपना रोडमेप बनाया है। प्रदेश रोजगार के नए अवसर सृजित करने, आईटी सेक्टर और स्टार्टअप की दिशा में भी व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सीएम राइज स्कूल के नवाचार के साथ स्किल्ड मेन पॉवर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क विकसित किया जा रहा है। प्रदेश की आईटीआई संस्थाओं को आधुनिक रूप दिया गया है। यहाँ उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार ट्रेड में प्रशिक्षण उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न उद्योगपतियों से वन-टू-वन संवाद भी किया।