कांग्रेस गांधी जी के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है: सिंह – कांग्रेस ने बनाई महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती
शाजापुर। महात्मा गांधी अहिंसावादी थे और हिंसा उनके न जहन में थी न व्यवहार में। सैकड़ों सालों तक अंग्रेजों की क्रूरता का जवाब भी उन्होंने बिना खड़ग और बिना ढाल के देते हुए देश को आजादी दिलाई थी। कांग्रेस पार्टी भी इन्हीं सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। उनके सिद्धांत इस बात के गवाह हैं कि हर लड़ाई हथियारों से नहीं जीती जाती और जीवन में सिद्धांतों का कितना महत्व है।
यह बात जिला कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्र सिंह बंटी बना ने शनिवार को लालघाटी स्थित अपने निवास पर आयोजित देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कूटनीति चाल चलकर सत्ता हथियाई है। लेकिन हमें यदि अपने अधिकार पाने हैं तो हमें बापू के सिद्धांतों पर चलकर इन्हें पाना होगा। हमें जनता के बीच जाकर पार्टी की रीति-नीति से जनता को अवगत कराना होगा ताकि वह जो लोग उन्हें बहकाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं उनकी सच्चाई सामने आ सके। यह काम एक अकेले का नहीं है बल्कि हम सभी को एकजुटता और एक परिवार के रूप में यह काम करना होगा। वरिष्ठ कांर्ग्रेसी नेता वीरेंद्र व्यास ने कहा कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। हमारी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने गांधी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश को आजादी दिलाने में सहयोग किया है। हमारे कांधे पर एक और बड़ी जवाबदारी है और वह है सत्ता लोभियों से देश की जनता को आजादी दिलाने का। जिसे हम सभी को मिलकर निभाना है। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी रामू सर्राफ, बालकृष्ण चतुर्वेदी, पूर्व पार्षद मूसा आजम खान, राजीव दुबे, जिला कांग्रेस प्रवक्ता पं. गोविंद शर्मा, सत्या वात्रे, अकील वारसी, साजिद कुरैशी, मांगीलाल नायक, महेश बराड़ा, विजेंद्र पाटीदार, सेवादल शहर अध्यक्ष साजिद कुरैशी शब्बीर खान कमरुद्दीन मेव सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे। संचालन विनीत वाजपेयी ने किया तथा आभार पूर्व पार्षद राजेश पारछे ने माना।
पौधरोपण कर दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के पश्चात् आयोजन स्थल परिसर में श्री सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस दौरान सभी ने संकल्प लिया कि वे इन पौधों की पेड़ बनने तक साज संभाल करेंगे और आने वाली पीढ़ी के लिए हरियाली की सौगात देंगे।