शाजापुर। भारत के गौरवशाली साहित्य एवं सांस्कृतिक चेतना को विश्व पटल पर प्रतिष्ठा दिलाने के उद्देश्य से 15 जुलाई 2020 को प्रख्यात साहित्यकार एवं उत्तरप्रदेश सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ रवीन्द्र शुक्ल द्वारा हिन्दी साहित्य भारती का गठन कर संस्था की केन्द्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई है।
हिन्दी साहित्य भारती के जिलाध्यक्ष ऋतुराज गुर्जर तथा जिला मीडिया प्रभारी जॉय शर्मा ने बताया कि केंद्रीय अध्यक्ष डॉ रवीन्द्र शुक्ल ने 11 जुलाई को 32 देशों मे अंतर्राष्ट्रीय संयोजकों की घोषणा की है। केन्द्रीय कार्यकारिणी मे मार्गदर्शक जगदगुरू राजराजेश्वरानंद हरिद्वार, स्वामी डॉ शाश्वतानंद गिरि कुरूक्षेत्र हरियाणा, स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि रूड़की उत्तराखण्ड, गंगाधर शास्त्री सतवारी (जम्मू), पूर्व महामहिम राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी प्रयाग उत्तरप्रदेश, पूर्व महामहिम राज्यपाल डॉ कप्तान सिंह सोलंकी जी भोपाल, पूर्व महामहिम राज्यपाल डॉ शेखर दत्त नईदिल्ली, डॉ अरविन्द कुमार झाँसी उत्तरप्रदेश, डॉ रत्नाकर नराले वरिष्ठ साहित्यकार कनाडा, डॉ विष्णु पंडया अहमदाबाद गुजरात, प्रो. सुरेन्द्र कुमार दुबे सिद्धार्थनगर उत्तरप्रदेश को शामिल करते हुए प्रो. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी उज्जैन, डॉ बुद्विनाथ मिश्र देहरादून उत्तराखण्ड, डॉ नरेश मिश्र रोहतक हरियाणा, देवेन्द्र देव बरेली उत्तरप्रदेश, नरेन्द्र कुमार वर्मा नईदिल्ली, प्रो. बी. एल. आच्छा, चेन्नई तमिलनाडु, डॉ सविता मोहन देहरादून उत्तराखण्ड, डॉ करुणा शंकर मुम्बई महाराष्ट्र, प्रो. विनोद मिश्रा त्रिपुरा, डॉ सुधीर कुमार शर्मा भोपाल को उपाध्यक्ष एवं डॉ अनिल शर्मा रूड़की उत्तराखण्ड को महामंत्री नियुक्त किया है। केंद्रीय अध्यक्ष डॉ शुक्ल ने मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ विकास दवे सहित 15 साहित्यकारों को संस्था का कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया है।
जिला मीडिया प्रभारी श्री शर्मा ने बताया कि हिन्दी साहित्य भारती विश्व के हिन्दी साहित्यकारो को एक मंच पर लाकर साहित्य के प्रदूषण को समाप्त करेगी तथा युवा और नवोदित साहित्यकारों के विविध विधाओं मे लेखन के शिल्प को समझाने के लिए विशेषज्ञ साहित्यकारों के मार्गदर्शन मे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगी। श्री शर्मा ने बताया कि हिन्दी साहित्य भारती की जिला शाखा द्वारा भी संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा.