पुलिस अधीक्षक उज्जैन *श्री सत्येंद्र कुमार शुक्ल* के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक *श्री रविंद्र वर्मा* एंव *श्री धर्मेंद्र सिंह यादव* जिला सूचना विज्ञान अधिकारी सहा तकनीकी संचालक *(DIO)* उज्जैन के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश शासन के निर्देशों के पालन में *आई.आर.ए.डी.* एप पर सडक दुर्घटनाओं की ऑनलाईन प्रविष्टीआ दर्ज की जा रही है।
❇️ *ऑनलाइन प्रविष्टि दर्ज करने में उज्जैन छटवे स्थान पर है*
❇️ *एन.आई.सी द्वारा तैयार किये गये इस एप में हर दुर्घटना दर्ज की जा रही है*
अब तक जिले की करीब 680 सड्क हादसों को इसमें जोड़ा गया है, अब इन आकड़ों के आधार आई.आई.टी. मद्रास द्वारा आकलन किया जावेगा कि इनका कारण क्या रहा है। उसी आधार पर दुर्घटना स्थल पर सुधार करने का सुझाव दिया जावेगा।
सड्क परिवहन एवं राजमार्ग मत्रालय द्वारा हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं के कारण को जानने के लिये यह एप तैयार किया गया है, इसमें नये विषयों को जोड़ा गया है, जिसकी ट्रैंनिंग भी एन.आई.सी उज्जैान के द्वारा पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दी गई है।
जिले में अभी तक सभी प्रकार की 680 सड़क दुर्घटनाओं को दर्ज किया गया है, जिसमें 111 घातक एवं 97 गंभीर किस्म के हादशें शामिल है, सामान्य घायल वाली करीब 260 घटनाए हुई है, इनमें 116 लोगों ने जान गवाई तो 869 व्यवक्ति घायल हुए हैं।
❇️ *इसमें तीन से ज्यादा विभाग शामिल है, इस एप के जरिए न केवल पुलिस बल्कि दूसरे विभाग भी जुडे है, मोबाईल एप के जरिए पुलिस मौके पर पहुंचकर सड़क दुर्घटनाओं का विवरण दर्ज करती है, इसकी जानकारी ऑनलाईन ही आसपास के अस्पएताल पहुंचती है। डाक्टर उसे देखकर घायल के ईलाज की तैयारी करने लगता है। यह जानकारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय को जाती है वहां से वाहन संबंधी जानकारी मिलती है। उसे पुलिस को उपलब्ध कराया जाता है, इसी प्रकार सड़क परिवहन विभाग कार्यालय को इन दुर्घटनाओं की पूरी जानकारी जाती है।*
उज्जैन जिले में घटित होने वाली दुर्घटनाओं को नियमित रूप से आई.आर.ए.डी एप ,में दर्ज की जा रही है तथा थानावार इनकी समीक्षा कर दुर्घटनाओं को कम करने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं।