जलसंसाधन विभाग नगर में से गुजरने वाली नहरों की सफाई कराएं तथा सुरक्षा के लिए जाली लगवाएं- कलेक्टर श्री जैन,बाढ़ की स्थिति से निपटने की पूर्व तैयारी के लिए बैठक संपन्न
शाजापुर
जलसंसाधन विभाग शाजापुर नगर से गुजरने वाली सिंचाई नहरों की सफाई कराये ताकि वर्षा के दौरान नगर में जल जमाव के कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित न हो। साथ ही विभाग आमजन की सुरक्षा के लिए शहरी सीमा क्षेत्र में नहरों के दोनों तरफ सुरक्षा जाली लगवायें। कार्यों को विभाग प्राथमिकता दें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने आज अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने की पूर्व तैयारी के लिए संपन्न हुई बैठक में दिये। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री पंकज श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय, अनुविभागीय अधिकारी श्री अजीत श्रीवास्तव, लोकनिर्माण कार्यपालन यंत्री श्री रविन्द्र कुमार वर्मा, सीएमएचओ डॉ. आर. निदारिया, परियोजना अधिकारी जिला पंचायत श्री विनोद कुमार चौहान, तहसीलदार श्री राजाराम करजरे, सीएमओ श्री भूपेन्द्र दीक्षित, कार्यपालन यंत्री विद्युत वितरण श्री एसएन मरकाम भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री जैन ने जलसंसाधन विभाग से उपस्थित कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये कि नहरों की सफाई के कार्य में लापरवाही नहीं करें। देखने में आ रहा है कि नहरों के आसपास रहवासियों में सीवेज लाईन के पाईप नहरों में डाल दिये है। विभाग तत्काल इस पर ध्यान दें। साथ ही खोकराकलां तालाब की मरम्मत का कार्य अब तक नहीं करने पर भी कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग के अधिकारी बाढ़ नियंत्रण से संबंधित सौंपे गये कार्यों को मुस्तेदी के साथ समय पर पूरा करें। खतरनाक स्थिति वाले मकानों को चिंहित कर उनपर नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायत पोस्टर बैनर लगाएं। बाढ़ के दौरान होने वाली क्षति का आंकलन भी संबंधित विभाग त्वरित गति से करते हुए सूचित करें। बाढ़ एवं अतिवर्षा से उत्पन्न आपदा के दौरान पीड़ितों की मदद में किसी तरह का भेदभाव नहीं करें, प्रस्ताव तैयार कर तत्काल स्वीकृति के लिए भेजें। जिला मुख्यालय पर बनने वाले कन्ट्रोल रूम को अत्याधुनिक बनाएं। यहां सभी संसाधन रखें। कन्ट्रोल रूम के माध्यम से समय पर सभी को सूचनाओं के सम्प्रेषण की व्यवस्था रखें। होमगार्ड कमांडेन्ट बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक जरूरी सामग्रियों की व्यवस्था रखें।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बाढ़ के दौरान लोगों को बचाने के लिए क्विक रिस्पांस होना चाहिये। संभावित हॉटस्पाट क्षेत्रों में बाढ़ आने के पहले बचाव की तैयारी कर लें। पिछले वर्ष जहां-जहां अतिवर्षा एवं बाढ़ के कारण समस्या आई थी, उन्हें टारगेट बनाकर ऐसे क्षेत्रों के लिए सभी लोग पहले से तैयार रहें। कंट्रोल रूम में सभी अधिकारियों, क्षेत्र में काम कर रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों, ग्रामों के प्रमुख लोगों, तैराकों, नाविकों आदि के नंबर रखें।
इस मौके पर अपर कलेक्टर श्रीमती राय ने विभागों को बाढ़ के दौरान उनके द्वारा निभाए जाने वाले दायित्वों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 के लिए एमएचए द्वारा जारी गाईड लाइन को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग बाढ़ की स्थिति से निपटने की पूर्व तैयारी करें।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती राय ने कहा कि वर्षाकाल में प्रत्येक विकासखण्ड पर एक-एक जेसीबी रखें तथा जेसीबी संचालक का नम्बर प्रत्येक कन्ट्रोल रूम पर भी रखें ताकि आपात स्थिति में तत्काल जेसीबी को बुलाकर पानी की निकासी सुनिश्चित की जा सके। जनपद, तहसील एवं नगरीय स्तर पर बाढ़ राहत समिति का गठन करें। लोकनिर्माण विभाग से कहा गया कि सभी रपटो, जलमग्न पुलियाओं पर संकेतक स्थापित करें। पुल पर जब पानी हो तो उसे पार न करने के लिए आवश्यक बाधाएं स्थापित करें। गार्ड स्टोन पर लाल रंग करें। खतरनाक पुल-पुलियाओं पर बाढ़ के दौरान यातायात प्रतिबंधित करने के लिए आवश्यक उपाय करें। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग बाढ़ संभावित क्षेत्रो में बाढ़ जनित रोगो से बचाव हेतु सूचना प्रदान करने की व्यवस्था तथा आवश्यक दवाईयों एवं अन्य चिकित्सकीय सामग्री को सूचीबद्ध कर पहले से स्टॉक में उपलब्ध रखे, चिकित्सको, पैरामेडिकल स्टॉफ, वाहनों, ड्राईवर्स सहित चिकित्सा से जुड़े महत्वपूर्ण मानव संसाधनों की सूची तैयार करें। बाढ़ के दौरान निजी चिकित्सकों, जन स्वास्थ्य रक्षको की मदद लेने के लिए पहले से परिनियोजन करें। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों आदि पर दवाईयों का पर्याप्त भण्डारण रखें। पीएचई पेयजल स्त्रोतो के शुद्धीकरण, गुणवत्ता परीक्षण, भण्डार में आवश्यक कैमिकल्स की उपलब्धता तथा शुद्ध पानी हेतु क्लोरिन की गोलिया के वितरण एवं उपयोग हेतु प्रशिक्षण की व्यवस्था करें, विभागीय कंट्रोल रूम भी बनाए, जनजागरूकता हेतु बाढ़ संभावित क्षेत्रो में कार्यक्रम भी आयोजित करें। परिवहन विभाग बाढ़ के दौरान आबादी के निष्क्रमण हेतु चार पहिया वाहनों का चिन्हांकन तथा किराया दर निर्धारण कर सूची आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दें। ऊर्जा विभाग बाढ़ के दौरान करंट न फैले इसके लिए पावर कट के लिए पहले से प्लानिंग रखे। महत्वपूर्ण दूरभाष एवं मोबाईल नम्बरों को प्रचारित करें। राहत स्थल मेडिकल कैम्प, आपातकालीन संचालन केन्द्रो में वैकल्पिक व्यवस्था रखें। पशुपालन विभाग बाढ़ संभावित क्षेत्रो में पशुओ की संख्या की पूर्ण जानकारी रखें। पशुओं में भूजन्य रोगों के प्रतिरोधात्मक टीके लगाने की व्यवस्था करें, चिकित्सा दलों का गठन, दवाईयों आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करें। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सस्ते मूल्य की दुकानो पर पर्याप्त अनाज एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों का भण्डारण करें। दुरस्थ क्षेत्रो में भी खाद्यान्न का पर्याप्त भण्डारण रखें। नगरीय प्रशासन विभाग वर्षा ऋतु के पूर्व नालो एवं नालियो की सफाई एवं उसका मलबा निकालने की व्यवस्था करें। बाढ़ नियंत्रण समिति का गठन कर सूचना दें, राहत स्थलों की पहचान एवं व्यवस्था हेतु कार्य योजना तैयार करें। जल संसाधन विभाग बाढ़ के दौरान तट बंधो की सुरक्षा व्यवस्था तथा अकस्मिक योजना तैयार करें, बाढ़ प्रभावित ग्रामों का चिन्हांकन करें, तालाबों एवं अन्य जल संरचनाओं की रूकावटो को हटाने सहित अन्य व्यवस्था तैयार रखें। होमगार्ड विभाग आपदा के दौरान पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कक्ष स्थापित करें। पुलिस एवं होमगार्ड, मोटर बोट्स, नावों एवं अन्य बाढ़ नियंत्रण सामग्रियों, तैराकों की सूची तैयार रखे और इसकी जानकारी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भी दें। बाढ़ नियंत्रण के लिए मॉकड्रिल भी करें। महिला एवं बाल विकास विभाग आबादी के निष्क्रमण हेतु समाजसेवी संस्थाओं आदि की सहायता प्राप्त करने एवं ग्रामीणों को निष्क्रमण हेतु प्रेरित करने का कार्य करें। मछली पालन विभाग विभागीय संसाधनों के साथ ही मत्स्य पालकों एवं नाविकों के पास उपलब्ध नावों की सूची तैयार करें। राजस्व विभाग को भी विभागीय दायित्वों की जानकारी देते हुए समय पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जनसंपर्क विभाग से अपेक्षा की गई कि बाढ़ के दौरान नियमित प्रेस ब्रीफिंग की व्यवस्था एवं जिले की स्थिति से मीडिया कर्मियों को अवगत कराने का कार्य करेंगे। मीडिया में प्रकाशित खबरों के आधार पर त्वरित कार्यवाही करते हुए विभागो को सूचित करें तथा अफवाहों आदि का खण्डन भी करें।