शाजापुर में माँ राज राजेश्वरी मंदिर परिसर में निर्मित सांस्कृतिक भवन का लोकार्पण एवं 13 दुकानों का भूमि पूजन
शाजापुर, 15 फरवरी 2021/ प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में कम से कम पांच पौधे लगाकर उन्हें बड़ाकर वृक्ष बनाए। यह बात प्रदेश की पर्यटन, संस्कृति तथा अध्यात्म विभाग मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने आज शाजापुर में माँ राज राजेश्वरी मंदिर परिसर में 82 लाख रूपये लागत से निर्मित सांस्कृतिक भवन के लोकार्पण एवं 13 दुकानों के भूमि पूजन के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस मौके पर सांसद श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी, मेला एवं तीर्थ स्थान विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री माखन सिंह चौहान, श्री अम्बाराम कराड़ा, पूर्व विधायक सर्व श्री अरूण भीमावद, श्री गिरीराज मण्डलोई, श्री बाबूलाल वर्मा, श्री इंदर सिंह गोठी, श्री लालजीराम मालवीय, साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दुबे, श्री नवीन राठौर, किरण सिंह ठाकुर भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों ने नव निर्मित सांस्कृतिक भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। साथ ही मंदिर परिसर में निर्मित होने वाली 13 दुकानों का विधि विधान के साथ भूमि पूजन किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या पूजन के साथ हुआ।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जैसी देवभूमि कही भी नहीं है, यहां 75 हजार से अधिक प्रजातियों के फल-पौधे तथा 45 हजार से अधिक जीव जंतु है। इस देवभूमि को सजाने, सवारने एवं उसे वास्तविक स्वरूप में ही रहने देने की जिम्मेदारी शासन, प्रशासन, समाज और व्यक्ति की है। प्रकृति के न्याय का सिद्धांत है कि जितना लिया है उतना ही उसे वापस भी किया जाए, किन्तु आज वृक्ष कटते जा रहे है और इसके अनुपात में पौधे नही लग रहे है, इसलिए पर्यावरण का संतुलन बिगड़ गया है और ग्लोबल वार्मिंग हो रही है। जिसका नतीजा है कि मालवा जैसे क्षेत्र जिसे शबे मालवा कहा जाता है, में भी तापमान बढ़ गया है। पृथ्वी पर प्राकृतिक संतुलन बनाने के लिए वृक्ष लगाना आवश्यक है, एक वृक्ष अपने नीचे 10 हजार लीटर पानी संग्रहित करता है वहीं वातावरण का 10 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान भी कम करता है। उन्होने कहा कि मनुष्य के दाह संस्कार में लगभग 5 पेड़ लग जाते है, इस प्रकार मनुष्य अपने ऋण को उतारने के लिए जीवन में कम से कम पांच पौधे लगाकर उन्हें वृक्ष बनाए। साथ ही उन्होंने सभी से कहा कि अत्याधिक जल दोहन से भू-जल स्तर गिरता जा रहा है, इसके लिए सभी लोग अपने घरो पर वॉटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाकर छत का पानी जमीन में उतारे। इस मौके पर उन्होंने धार्मिक अनुष्ठानों से शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने शंखनाद करने बाद दुर्गाशप्तशती का पाठ भी किया।
मेला एवं तीर्थ स्थान विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य सामाजिक प्राणी है। उसे केवल स्वयं की ही नहीं बल्कि पूरे समाज के चिन्ता करनी चाहिए। जितने भी धर्म स्थल है उनके जीर्णोद्धार या विकास के लिए अपनी आय का कुछ हिस्सा लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास के अनेक कार्य हुए है। प्रदेश सरकार की मंशा है कि मध्यप्रदेश उत्कृष्ट प्रदेश बनकर उभरे। इसके लिए सभी को साथ मिलकर काम करना होगा। सरकार की मंशा है कि सारे धार्मिक स्थानो के विकास के लिए समिति बने, यह समिति मेलो आदि की व्यवस्था के साथ-साथ छोटे से छोटा एवं बड़े से बड़ा काम करें। मेले केवल आमोद-प्रमोद के लिए नही होते है, बल्कि यहां से आने वाले श्रद्धालुओं को अध्यात्म की उर्जा प्राप्त होती है। सांसद श्री सोलंकी ने कहा कि सभी लोग राष्ट्रवादी परंपरा से जुड़कर कार्य करें। उन्होने क्षेत्र के सांस्कृतिक विकास के लिए विभागीय मंत्री सुश्री ठाकुर से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। वहीं उन्होंने मॉ राज राजेश्वरी मंदिर परिसर में सांस्कृतिक भवन के निर्मित होने पर तथा 13 दुकानो के होने वाले निर्माण के लिए सब को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। इस मौके पर साहित्य अकादमी निदेशक डॉ. दबे ने मॉ राज राजेश्वरी मंदिर के ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया। श्री कराड़ा ने शाजापुर को धार्मिक नगरी के रूप में विकसित करने का अनुरोध किया। पूर्व विधायक श्री भीमावद ने मंदिर परिसर में अन्य निर्माण कार्यो की आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से बताया।
कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने मंदिर क्षेत्र के विकास के संबंध में बताया कि शाजापुर के इस मंदिर को बेहतर ढंग से विकसित करेंगे ताकि यह पर्यटको के आकर्षक का केन्द्र बने। मंदिर परिसर में ऐतिहासिक बाबड़ी का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा।
ब्रोशर का विमोचन
जिला पर्यटन एवं संवर्धन परिषद शाजापुर द्वारा पर्यटको को शाजापुर के भम्रण के लिए आकर्षित करने के उददेश्य से तैयार किए गए ब्रोशर “हम लौटेंगे नन्हे पांव- अपनी मिट्टी अपने गांव” का अतिथियों ने विमोचन किया। इस मौके पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती जूही गर्ग भी उपस्थित थी। ब्रोशर में जिले के सांस्कृति, आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक चेतना के केन्द्र प्रसिद्ध मंदिर किले, उद्यान, मकबरे, दरगाह आदि का उल्लेख किया गया है। साथ ही जिला पर्यटन एवं संवर्धन परिषद द्वारा की जाने वाली अन्य गतिविधियों की भी जानकारी दी गई है।
कार्यक्रम के समापन पर श्री किरण सिंह ठाकुर ने उपस्थित श्रोताओ एवं अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री आशीष नागर एवं श्री हेमंत दुबे ने किया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आर.एस.प्रजापति, अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.एल. सोलंकी SDOP श्रीमती दीपा डोडवे, तहसीलदार डॉ मुन्ना अड़, टीआई उदय सिंह अलावा,अनिल पुरोहित, आरक्षक तहसील बाबूलाल गुर्जर, सहित गणमान्य नागरिक मौजूद थे।