आतंकी संगठन के ठिकानों पर NIA की दबिश, भोपाल में तीन और राजस्थान के झालवाड़ में दो स्थानों पर मारा छापा
भोपाल। आतंकी संगठन हिज्ब उत-तहरीर (एचयूटी) के नेटवर्क को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच तेज हो गई है। शनिवार को एनआईए ने भोपाल और राजस्थान के झालावाड़ में एचयूटी से जुड़ी गतिविधियों के संदेह में कई ठिकानों पर छापा मारा। इस कार्रवाई में एनआईए को डिजिटल डिवाइस और कई संदिग्ध दस्तावेज हाथ लगे हैं। छापेमारी हाल ही में दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध मोहसिन की निशानदेही पर की गई।
भोपाल के तीन और झालावाड़ के दो ठिकानों पर छापेमारी
एनआईए ने शनिवार तड़के भोपाल के अशोका गार्डन, काजी कैंप और रेतघाट क्षेत्रों में दबिश दी। साथ ही राजस्थान के झालावाड़ जिले के काजी चौक जामा मस्जिद के पास एक कपड़ा व्यवसायी के घर और प्रतिष्ठान पर भी छापेमारी की गई। इन सभी जगहों से एजेंसी ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल, दस्तावेज व अन्य सामग्री जब्त की है।
मोहसिन की गिरफ्तारी से जुड़े तार
गौरतलब है कि मई माह में थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाए गए मोहसिन को एनआईए ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। इसके बाद 29 मई को उसे भोपाल स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर भेजा गया। मोहसिन की पूछताछ में एचयूटी के नेटवर्क, टेरर फंडिंग और प्रशिक्षण जैसे गंभीर विषयों पर जानकारी मिल रही है। जांच एजेंसी अब उसके बैंक खातों और लेन-देन की पड़ताल भी कर रही है।
2023 में उजागर हुआ था एचयूटी मॉड्यूल
मई 2023 में मध्यप्रदेश एटीएस ने एचयूटी के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए भोपाल से 10, छिंदवाड़ा से एक और हैदराबाद से पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। ये सभी आरोपी जिम ट्रेनर, दर्जी और ऑटो ड्राइवर जैसे पेशों की आड़ में संगठन के लिए काम कर रहे थे। इनके पास से देश विरोधी साहित्य और प्रचार सामग्री बरामद हुई थी।
संगठन पर प्रतिबंध और एनआईए की जांच
10 अक्टूबर 2024 को केंद्र सरकार ने हिज्ब उत-तहरीर को प्रतिबंधित घोषित किया था। इसके बाद यह मामला एनआईए को सौंपा गया। तभी से एजेंसी संगठन के नेटवर्क, फंडिंग और प्रशिक्षकों की जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है। मोहसिन की गिरफ्तारी के बाद अब जांच में नया मोड़ आया है। एनआईए का दावा है कि जल्द ही संगठन के कई और गहरे राज सामने आ सकते हैं।