मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह के विवादित बयान का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहले केस दर्ज किया गया अब गिरफ्तारी की मांग तो वहीं बीजेपी के कुछ पुराने नेता और कांग्रेस पार्टी इस्तीफे की मांग कर रही है. इसको लेकर कांग्रेस ने राज्यपाल को मिलकर एक ज्ञापन भी दिया है. इसके बाद राज्यपाल आवास के बाहर धरने पर बैठ गए, जहां से पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया गया
कांग्रेस विधायकों ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के राज्यपाल के आवास के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए मंत्री विजय शाह को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की. विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात के बाद राजभवन के बाहर बैठे.
इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि हां, 15 विधायक मेरे साथ हैं. हमने राज्यपाल से मुलाकात के बाद राजभवन के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. हमने शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है. राज्य के आदिवासी मामलों के मंत्री शाह ने इंदौर जिले के एक ग्रामीण इलाके में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कुरैशी का नाम लिए बिना विवादित बयान दिया था.
उन्होंने कहा कि मंत्री ने कर्नल सोफिया को “आतंकवादियों की बहन” के रूप में पेश करने की कोशिश की है. इस मामले पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कराया है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि तीन दिन हो गए हैं और शाह को अभी तक हटाया नहीं गया है. हम उनका इस्तीफा चाहते हैं और इसलिए हम सड़कों पर उतरे हैं.
कांग्रेस ही नहीं बीजेपी के कुछ नेता भी कर रहे इस्तीफे की मांग
कांग्रेस पार्टी बयान सामने आने के बाद से ही विजय शाह के इस्तीफे की मांग कर रही है. इसके अलावा मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी इस पूरे मामले पर विजय शाह को आड़े हाथों लिए हैं. उन्होंने मांग की है कि शाह पर कार्रवाई के साथ ही मंत्रिमंडल से इस्तीफा लिया जाए. वहीं दूसरी तरफ अब मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने सेना पर कमेंट करते हुए कहा कि पूरा देश और देश की सेना प्रधानमंत्री के चरणों में नतमस्तक है.