एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की ओर से बुलाए गए ‘लाइट बंद’ के विरोध प्रदर्शन में भाग लिया. वक्फ कानून, वक्फ बोर्ड को बर्बाद करता है. ये वक्फ की प्रॉपर्टीज को खत्म करता है. उन्होंने कहा कि 2025 में बनाया गया ये कानून असंवैधानिक है. ये संविधान के आर्टिकल 14, 15, 25,26, 29 का उल्लंघन करता है. उन्होंने कहा कि ये विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक नरेंद्र मोदी की हुकूमत इस बिल को वापस नहीं ले लेती है.
अपने घर पर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले हैदराबाद के सांसद ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह आंदोलन सफल रहा. साथ ही इसमें शामिल होने वाले सभी लोगों को धन्यवाद भी किया. उन्होंने कहा कि लोगों ने विरोध प्रदर्शन के तहत रात 9-9.15 बजे के बीच 15 मिनट के लिए लाइट बंद किया. इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को यह संदेश देना है कि यह अधिनियम केवल वक्फ बोर्डों को नष्ट कर देगा.
वक्फ के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा
ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह अधिनियम असंवैधानिक है और संविधान के विभिन्न प्रावधानों का उल्लंघन करता है. उन्होंने कहा कि एआईएमएलबी अपने आंदोलन के तहत दो हफ्ते बाद मानव श्रृंखला और गोलमेज सम्मेलन भी आयोजित करेगा. उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार इस अधिनियम को वापस नहीं लेती है, तब तक वक्फ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि एआईएमपीएलबी की निगरानी में चल रहे आंदोलन के तहत ‘लाइट बंद करने’ वाला विरोध प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम ने पहलगाम आतंकी हमले की पूरी तरह निंदा की है. उन्होंने हिंदू पीड़ितों से उनका धर्म पूछने के बाद उनकी हत्या किए जाने पर दुख जताया है.