पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत की राजधानी नई दिल्ली में पिछले 2 दिन में 2 बड़ी बैठक हुई है. दिलचस्प बात है कि दोनों ही बड़ी बैठक 30-30 मिनट की हुई है. पहली बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीडीएस तो दूसरी बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई है.
30-30 मिनट की इन 2 बैठक के बाद एक ही सवाल चर्चा में है. आखिर भारत में 60 मिनट की इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ किस एक्शन की स्क्रिप्ट लिखी गई है?
सीडीएस के साथ भी 30 मिनट की बैठक
रविवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब 30 मिनट की ही बैठक हुई. इस बैठक में सीडीएस ने सिंह को ब्रीफ दिया. राजनाथ के साथ बैठक में सीडीएस चौहान ने आतंकवादी हमले पर सैन्य प्रतिक्रिया से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की.
हालांकि, सरकार के तरफ से आधिकारिक जानकारी इस पर नहीं दी गई. भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को तीनों सेनाओं का कॉर्डिनेटर कहा जाता है. ऐसे में राजनाथ सिंह और सीडीएस चौहान के इस मुलाकात को काफी अहम बताया जा रहा है.
राजनाथ और पीएम मोदी की भी बैठक
सीडीएस से बैठक करने के एक दिन बाद यानी सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे. राजनाथ और मोदी के बीच पीएम आवास पर करीब 30 मिनट की बैठक हुई. इस बैठक में भी पाकिस्तान को लेकर ही चर्चा हुई.
मोदी और राजनाथ में क्या बातचीत हुई है, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि बैठक पाकिस्तान के मुद्दे पर ही हुई है.
किस तरह का हमला करेगा भारत?
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत की तैयारियों को लेकर एक रिपोर्ट की है. इसमें कहा गया है कि भारत की कोशिश सीमापार आतंक को खत्म करने की है. भारत की सरकार जंग नहीं चाहती है. उसका फोकस सिर्फ आतंक पर प्रहार करना है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अगर अटैक करता भी है तो वो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर तक ही हमला कर सकता है. 2016 और 2019 में भारत ने पीओके में आतंकियों के ठिकाने पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था.
हमले का डर पाकिस्तान को भी सता रहा है. पाकिस्तान ने पीओके इलाके में सभी सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है. इसी के साथ कराची जैसे शहरों में धारा-144 लागू किया गया है.