बड़ा खुलासा: 4 आतंकियों ने किया था पहलगाम में हमला, जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़े फोटोग्राफर ने बनाया वीडियो
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. एक नया खुलासा हुआ है कि 4 आतंकवादियों ने पहलगाम में हमला किया था. ये आतंकी एके-47 और एम4 राइफलों से लैस थे. वहीं आतंकी हमले के दौरान जान बचाने के लिए एक फोटोग्राफर पेड़ पर चढ़ गया और उसने वीडियो बनाया.
पिछले हफ्ते 22 अप्रैल को पहलगाम में दोपहर में हुए आतंकी हमले को लेकर नया खुलासा सामने आया कि इस वारदात में 4 आतंकवादी शामिल थे. इन आतंकवादियों के पास एके-47 और एम4 जैसे अत्याधुनिक राइफल थे, जिनके कारतूस घटनास्थल से बरामद किए गए हैं. ये कारतूस सबूत के तौर पर बेहद अहम माने जा रहे हैं.
22 घंटे जंगल में चलकर पहुंचे थे बैसरन
दावा किया जा रहा है कि ये आतंकी घने जंगलों से लगातार 22 घंटे पैदल चलकर बैसरन मैदानी इलाकों में पहुंचे थे. इस हमले में चार आतंकी शामिल थे, जिनमें से 3 पाकिस्तान के नागरिक थे जबकि एक स्थानीय आतंकी आदिल थोकर था.
जान बचाने को पेड़ पर चढ़ गया था फोटोग्राफर
आतंकी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया कि जब आतंकी घटना को अंजाम दे रहे थे, तो एक स्थानीय फोटोग्राफर ने पूरे हमले का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था. उस समय वह खुद को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया था. ऐसे में यह वीडियो जांच के लिए बेहद अहम हो गया है.घटना के अन्य गवाह भी हैं, जिनमें भारतीय सेना का एक लेफ्टिनेंट कर्नल भी मौके पर मौजूद था.
इस बीच आज सोमवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा में पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके लिए विधायकों ने कुछ पल का मौन रखा. सदन का विशेष सत्र शुरू होने के बाद विधानसभा स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर ने निर्दोष पर्यटकों की आतंकी हमले में हत्या किए जाने की निंदा की.उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “हम मारे गए लोगों को अपनी श्रद्धांजलि देते हैं और उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है.”
हमले पर चीन की क्या रही प्रतिक्रिया
इस बीच चीन ने अपने करीबी दोस्त पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा हितों की रक्षा करने के प्रति अपना समर्थन जताते हुए पहलगाम आतंकवादी हमले की त्वरित एवं निष्पक्ष जांच किए जाने का आह्वान किया है.चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार से टेलीफोन पर बातचीत की.
वांग का कहना है कि चीन एक त्वरित और निष्पक्ष जांच की वकालत करता है और उसका यह मानना है कि संघर्ष भारत या पाकिस्तान के मौलिक हितों की पूर्ति नहीं करता. साथ ही यह क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए लाभदायक भी नहीं होगा.