आशुतोष ने किया दिवंगत मां का सपना पूरा – जिले के कालापीपल निवासी युवक ने यूपीएससी में पाई 338वीं रैंक
(शहज़ाद खान)शाजापुर.मेरा शुरू से ही लक्ष्य था कि यूपीएससी पास करके प्रशासनिक सेवा में जाउं। इसके लिए प्रयास भी किए, वहीं मां का भी सपना था कि मैं प्रशासनिक अधिकारी बनूं। 2013 में मां का निधन हो गया। ऐसे में उनके सपने को पूरा करने के लिए पूरी लगन के साथ मेहनत की। परिवार का पूरा सहयोग मिला। इसी का परिणाम है कि आज मुझे यूपीएससी में 338वीं रैंक हासिल हुई है।
ये कहना है जिले के कालापीपल के मूल निवासी एवं वर्तमान में ग्वालियर में प्रशिक्षु डीएसपी आशुतोष गर्ग का। मंगलवार को यूपीएससी के घोषित परिणाम में 29 वर्षीय आशुतोष को ऑल इंडिया लेवल पर 338वीं रैंक हासिल हुई है। कालापीपल के गल्र्स हायर सेकंडरी स्कूल के शिक्षक महेशकुमार गर्ग के पुत्र आशुतोष ने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा कालापीपल में ही हुई है। मां रश्मी गर्ग का सपना था कि मैं बड़ा होकर प्रशासनिक अधिकारी बनूं। इसके लिए तैयारी की। स्कूल की पढ़ाई के बाद मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलोजी भोपाल से बीटेक किया। इसी दौरान कैंपस प्लेस्टमेंट पर दो साल तक मल्टिनेशनल कंपनी में नौकरी की। इसके बाद डीएसपी बन गए। करीब ढाई साल पहले डीएसपी बनने के बाद सबसे पहले उनकी पोस्टींग ग्वालियर में हु।
परिवार के सदस्यों पत्नी का रहा सबसे ज्यादा सहयोग-
चर्चा में आशुतोष ने बताया कि परिवार के सभी लोगों के सहयोग से ही उन्हे ये सफलता मिली है। वे अपनी इस उपलब्धी का श्रेय अपनी दिवंगत मां ओर पत्नि को दिया है। उन्होंने बताया कि उनके परिवार के सभी सदस्यों ने उनका सहयोग किया। आशुतोष ने कहा कि उनकी पत्नी जूही गर्ग जो कि वर्तमान में शाजापुर डिप्टी कलेक्टर है उन दोनों ने साथ मिलकर इसके लिए तैयारी की। इसके बाद अब जाकर अंतिम प्रयास में उन्हें सफलता मिली है। आशुतोष के अनुसार अब उन्हें इनकम टैक्स या जीएसटी कमिश्नर का पद मिलेगा। जिस पर रहकर वे अपने क्षेत्र के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रयास करेंगे।
कोरोना काल में शाजापुर में भी कर चुके है ड्यूटी
आशुतोष ने बताया कि ग्वालियर में पोस्टिंग के बाद कोरोना संक्रमण के बीच 28 मार्च से लेकर मई माह तक उन्होंने शाजापुर में भी ड्यूटी की। इस दौरान लोगों को कोरोना के संबंध में जागरुक करने सहित अन्य कार्य उन्होंने किए। मई माह के बाद ही वे भोपाल पहुंचे और अभी प्रशिक्षण ले रहे हैं।