5 साल में सिर्फ दरभंगा में 250 क्राइम… क्या कोढ़ा गैंग ने मुकेश सहनी के पिता का किया कत्ल? अब SIT करेगी जांच
बिहार में विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता सहनी जीतन की हत्या से सनसनी मची हुई है. बिहार पुलिस ने जीतन सहनी हत्याकांड मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया है. टीम में एसपी ग्रामीण, एसडीपीओ बिरौल, एसएचओ और विशेष टीम शामिल है. पुलिस को अब इस हत्याकांड के पीछे कोढ़ा गैंग पर भी शक हो रहा है. क्योंकि कोढ़ा गैंग के शातिर अपराधी अक्सर बड़े घर, जिनमें कम सदस्य रहते हैं, उन्हें निशाना बनाते हैं. फिर वहां लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं.
पुलिस को शक है कि चोरी के लिए जीतन सहनी की हत्या की गई है. पुलिस का कहना है कि कोढ़ा गैंग दरभंगा जिले में पिछले पांच साल में 250 के करीब आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है. इसमें चेन स्नैचिंग, ठगी, सोने के जेवर साफ करने और बैंक लूट की वारदातें शामिल हैं. यह गैंग बिहार पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बना हुआ है. यही नहीं पूरे देश में यह गैंग फैला हुआ है. जीतन सहनी हत्याकांड के बाद यह गैंग फिर से सुर्खियों में आ गया है.
जीतन की हत्या सोमवार देर रात की गई है. वह विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता थे. उनका पैतृक घर दरभंगा जिले के बिरौल प्रखंड के सुपौल गांव में है. जीतन इस घर में अकेले रहते थे. कुछ समय पहले उनकी पत्नी मीना का देहांत हो चुका है. बेटे मुकेश सहनी का अपने गांव में आना जाना कम ही होता है. ज्यादातर वह मुम्बई और पटना में ही रहते हैं. मुकेश सहनी के भाई और बहन भी मुम्बई में ही रहते हैं.
घर के नौकर ने देखा
जीतन की हत्या के बाद मंगलवार को सुबह उनका नौकर घर पहुंचा. उसने जीतन शव खून से लथपथ हालत में पड़ा देखा तो शोर मचाया. उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. घर का पूरा सामान बिखरा पड़ा था. हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. हत्या के असल कारण का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है. लेकिन हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है. मौके पर दरभंगा से एफएसएल की टीम भी पहुंच गई है.
बिरौल के डिप्टी एसपी मनीष चंद्र चौधरी ने बताया कि शुरुआती जांच में यही सामने आया है कि चोरी के इरादे से ही जीतन की हत्या की गई है. इसका शक कोढ़ा गैंग पर भी जा रहा है. वहीं घटना के बाद कोढ़ा गैंग भी अलर्ट मोड पर है. लेकिन पुलिस इस हत्याकांड को कहीं न कहीं आपसी रंजिश का मामला लेकर भी चल रही है.
कोढ़ा गैंग क्या है?
कोढ़ा गैंग के मैंबर यूं तो अलग-अलग इलाकों से हैं. लेकिन इस गैंग के सबसे ज्यादा बदमाश कटिहार जिले के जुराबगंज से हैं. लगभग 3 हजार की आबादी वाले जुराबगंज गांव के लोगों का चोरी, डकैती, चेन स्नैचिंग और ठगी करना पुश्तैनी काम है. कोढ़ा गैंग हर छोटे से बड़े अपराध करने में न केवल पारंगत है, बल्कि पुलिस को चकमा देने में भी काफी माहिर है. यहां अपराधी को उसका परिवार ही ट्रेनिंग देता है. इस गैंग का अपराध स्टाइल भी अलग रहता है. पलक झपकते ही गैंग के सदस्य बड़ी वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. इनके अपराध की वजह से कोई ऐसा दिन नहीं है जब बिहार और देश की विभिन्न थानों की पुलिस यहां छापेमारी न करती हो. साथ ही पुलिस यहां से भारी मात्रा में लूट का सामान भी बरामद करती रहती है.