प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस समेत 2 यूरोपीय देशों की यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं. प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल में मोदी रूस की पहली द्विपक्षीय यात्रा कर रहे हैं. वह वहां 2 दिन के दौरे पर रहेंगे. मॉस्को के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए सहयोगात्मक भूमिका निभाना चाहता है. इस बीच मोदी आर्काइव की ओर से प्रधानमंत्री की पहली और करीब 23 साल पूर्व रूस की पहली यात्रा को याद किया गया. दोनों देशों के मजबूत संबंधों का जिक्र किया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने एक लंबे पोस्ट में मोदी आर्काइव नाम के हैंडल से प्रधानमंत्री के रूप से अपने पुराने संबंधों का जिक्र किया गया. प्रधानमंत्री के पुराने रूसी दौरों का जिक्र करते हुए कहा गया, “भारत और रूस के बीच लंबे समय से चले आ रहे आपसी संबंधों की जड़ें बहुत गहरी हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में भी अपने कार्यकाल के दौरान मजबूती दी थी.”
PM वाजपेयी के साथ मॉस्को गए थे मोदी
आगे लिखा गया, “मोदी की पहली रूस यात्रा 6 नवंबर, 2001 को तब हुई थी, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भारत और रूस के शिखर सम्मेलन के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मॉस्को के लिए रवाना हुए थे.”
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के रूस दौरे के दौरान अपने पहले दौरे को याद दिलाया था, “प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा को याद करते हुए कहा कि यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी पहली मुलाकात थी. उन्होंने कहा कि एक छोटे से राज्य से होने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपेक्षाकृत नए होने के बावजूद, राष्ट्रपति पुतिन उनके साथ सम्मान के साथ से पेश आए, जिससे हमारे बीच एक स्थायी दोस्ती के द्वार खुल गए.”
The longstanding relationship between India and Russia has deep historical roots, significantly strengthened by Prime Minister @narendramodi during his tenure as Chief Minister of Gujarat.
Narendra Modi’s first visit to #Russia was on November 6, 2001, when he was the Chief pic.twitter.com/E0fBxhMip0
— Modi Archive (@modiarchive) July 8, 2024
मोदी ने तब रूसी भाषा बोलकर चौंका दिया
इस यात्रा के दौरान, तब के सीएम मोदी ने अपने राज्य गुजरात और रूसी प्रांत आस्ट्राखान (Astrakhan) के बीच सहयोग के लिए एक प्रोटोकॉल समझौते पर भी हस्ताक्षर किए, जिसमें दोनों राज्य पेट्रो और हाइड्रोकार्बन क्षेत्रों, व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में मिलकर काम करने पर राजी हुए. बाद के वर्षों में, कई यात्राओं के जरिए हमारे ये संबंध मजबूत होते चले गए.”
मोदी ने साल 2006 में आस्ट्राखान का दौरा किया और गवर्नर अलेक्जेंडर झिलकिन (Alexander Zhilkin) से मुलाकात की, दोनों पक्षों ने आपसी सहयोग के लिए प्रोटोकॉल समझौते को अगले 5 सालों के लिए बढ़ा दिया गया. साल 2009 में मोदी को चौथे अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा सप्ताह को संबोधित करने और 9वें रूसी तेल एवं गैस सप्ताह सम्मेलन में मुख्य भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया. तब मुख्यमंत्री मोदी ने रूसी भाषा में अपनी प्रस्तुति देकर वहां उपस्थित रूसी व्यापारियों को चकित कर दिया!
40 साल बाद ऑस्ट्रिया में पहला भारतीय PM
इन कई मुलाकातों ने गुजरात और रूस के बीच साझेदारी की मजबूत नींव रखी, खास तौर पर ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में. आज, इस मजबूत रिश्ते का लाभ पूरे देश को मिल रहा है.
साल 2019 के बाद से पीएम मोदी की रूस की यह पहली यात्रा है. फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी हमले की शुरुआत के बाद से भी पीएम मोदी की रूस की पहली यात्रा है. 9 जुलाई को रूस में अपनी यात्रा पूरी करने के बाद पीएम ऑस्ट्रिया के लिए रवाना हो जाएंगे. पिछले 40 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी.
मोदी और पुतिन कल मंगलवार को मॉस्को में 22वें भारत और रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में व्यापार, ऊर्जा तथा रक्षा सहित विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे.