बड़ी खबर, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले को मॉडल जिला बनाये जाने के दिए निर्देश, खबर में देखें क्या है मामला
भोपाल-
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा ऊर्जा साक्षरता अभियान की शुरूआत शाजापुर जिले से ही की गई है एवं जिला शाजापुर को ऊर्जा साक्षरता के क्षेत्र में मॉडल जिला बनाये जाने के निर्देश भी दिए गए है।
कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने बताया कि ऊर्जा साक्षरता अभियान के प्रारंभ से ही जिला-शाजापुर प्रदेश में ऊर्जा साक्षरता के पंजीयन एवं सर्टिफिकेशन में प्रथम स्थान पर रहा है एवं अधिकांश शासकीय कार्यालयों के द्वारा भी ऊर्जा खपत में कटोत्री भी की गई है। किन्तु कुछ कार्यालय द्वारा ध्यान न दिए जाने के कारण समाचार पत्र दैनिक भास्कर द्वारा 20 अगस्त 2022 को “अस्पताल से लेकर दफ्तरों तक अफसरों की गैर मौजूदगी में भी चल रहे एसी-पंखे और लाईट” शीर्षक से समाचार प्रकाशित हुए, जिसमें पशु चिकित्सालय एवं जिला अस्पताल में खाली कार्यालय में भी एसी और पंखा चालू होने की जानकारी दी गई है। इस प्रकार जिले के शासकीय कार्यालयों में ही ऊर्जा का अपव्यय किये जाने की खबरे प्रकाशित होने से आमजनों में अभियान के प्रति शासन की नकारात्मक छवि बनती है, जो कि स्वीकार्य नहीं है।
इसे देखते हुए कलेक्टर श्री जैन ने जिले के समस्त कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया है कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना “ऊर्जा साक्षरता अभियान” के सफल क्रियान्वयन एवं ऊर्जा के अपव्यय को रोकने हेतु आप अपने कार्यालय के समस्त कक्षों में स्वयं एवं अधीनस्थों द्वारा किसी भी कक्ष में जरूरत न होने पर उर्जा उपकरण के मुख्य स्विच ऑफ करें। कक्ष से बाहर जाते समय स्वयं समस्त विद्युत उपकरणों को स्विच ऑफ करें। सामान्य बल्ब की जगह गुणवत्तायुक्त एल.ई.डी. बल्ब का उपयोग करें। दिन के समय कम बल्ब, न्यूनतम आवश्यकतानुसार उपयोग करें। एयर कंडीशनर (ए.सी.) की आदर्श तापमान पर सेटिंग करें एवं यदि आवश्यक न हो तो एयर कंडीशनर का उपयोग न करें। यदि कम्प्यूटर, मॉनीटर, प्रिंटर, फोटो कॉपियर का उपयोग किया जाता है तो इनको स्लीप मोड में सेटिंग करें, जिससे विद्युत की बचत होगी। पंखे को नियंत्रित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर का उपयोग करें। यथा संभव टास्क लाईट का इस्तेमाल करें, ना कि पूरे कमरे की बिजली जलाए।
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Department of Energy Madhya Pradesh