Video देवास में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि द्वारा पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा पर 50 लाख लेने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में – पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा 24 घंटे में आरोप साबित करें,नहीं तो मानहानि का मुकदमा करूंगा
प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने आज देवास में जिला पंचायत अध्यक्ष लीलाबाई अटारिया द्वारा उनके ऊपर लगाए गए रुपए लेने के आरोप पर सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि पैसों के लेनदेन का जो आरोप अटारिया परिवार ने लगाया है, वह उसके सबूत पेश करें, 24 घंटे के अंदर यदि इस बात के पुख्ता सबूत नहीं देते हैं तो उनके ऊपर मानहानि का मुकदमा करूंगा। श्री वर्मा ने कहा कि मैंने हमेशा पवित्र राजनीति की है, इतने बड़े-बड़े पदों पर रहने के बाद भी कभी कोई भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे| जो पवित्र राजनीति करता है उसके लिए जनता ही सर्वोपरि है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा जानबूझकर इस पूरे मामले में झूठे आरोप लगवाए गए हैं अगर इन आरोपों में सच्चाई है तो इसके प्रमाण जरूर जनता के सामने आना चाहिए|
श्री वर्मा ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से सत्ता की लोलुपता, पद की लोलुपता और दोगलेपन की पराकाष्ठा देखने को मिली| एक छोटे से परिवार को मैंने अपना पसीना बहाकर राजनीति में खड़ा किया, वह अपने लालच के लिए पार्टी बदल दिए, लेकिन भाजपा और शिवराज के इशारे पर मुझ पर झूठे आरोप लगाना यह मन को बड़ी पीड़ा देता है| श्री वर्मा ने कहा कि इस तरह के आरोप लगाकर राजनीति को कलंकित नहीं करना चाहिए| 50 लाख रुपए की राशि काफी बड़ी होती है, मैं इस प्रकरण की जांच के लिए आयकर विभाग, लोकायुक्त को भी पत्र लिखूंगा कि सरकारी नौकरी में रहते हुवे वह यह राशि वह कहां से लाए। इस मामले की जांच इसलिए भी होना चाहिए ताकि राजनीति में अपने स्वार्थ के लिए कोई किसी दूसरे व्यक्ति का चरित्र हनन ना कर सके|
*टीआई वास्कले की कर्त्तव्य परायणता को हमेशा याद किया जाएगा*
श्री वर्मा ने नेमावर टीआई वास्कले के दुखद निधन पर आज पुलिस लाइन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सम्मिलित होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की| श्री वर्मा ने कहा कि स्वर्गीय वास्कले ने पूरे पुलिस विभाग के लिए एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है| आमजन की सुरक्षा के लिए खुद के प्राणों की आहुति दे दी| ऐसी कर्तव्य परायणता बहुत कम देखने को मिलती है उन्होंने कहा कि स्वर्गीय वास्कले के नाम पर बहादुरी पुरस्कार शासन को घोषित करना चाहिए।